बड़वानी; अपराध जगत में तकनीकी समावेश उसे और वीभत्स बना रहा है न्यायाधीश श्री अमोल मंडलोई

बड़वानी; जो पेशेवर अपराधी होते हैं उनका दिन रात का कार्य ही अपराध के माध्यम से अपनी भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना होता है । इस कार्य में वह तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल कर साइबर क्राइम कर रहे हैं। हर बदलते तरीके साइबर अपराध को और वीभत्स बना रहे हैं।
उक्त बातें नालसा और सालसा के निर्देशन में तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री महेंद्र कुमार जैन के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश श्री अमूल मंडलोई ने आशाग्राम ट्रस्ट में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में कही।
युवा करें सोशल मीडिया का चौकस उपयोग विषय पर आयोजित शिविर में न्यायाधीश मंडलोई ने बताया किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले रुके और सोचे उसके पश्चात ही सत्यता के आधार पर कदम बढ़ाए। आजकल यह टाइम पास वाली परिपाटी हमें कई स्थानों पर खतरे में डाल रही है।
लीगल एड काउंसिल के पदाधिकारी अधिवक्ता श्री सागर पांडे ने जहां जीवन जीने के अधिकार और समता के अधिकार से विद्यार्थियों को रूबरू कराया वही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से न्याय की सुगम व्यवस्था की जानकारी दी।
ट्रस्ट के श्री सचिन दुबे ने बताया सेवा प्रकल्पों में नवाचार की बात हो या फिर पर्यावरण संरक्षण के लिए न्याय वाटिका जैसी संरचना का निर्माण करना इन सब में प्राधिकरण के द्वारा निरंतर सहयोग प्रदान किया जा रहा है।इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के श्री अर्जुन परमार एवं आशाग्राम ट्रस्ट के कार्यकर्ता एवं आशा इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग का स्टाफ उपस्थित थे