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सेंधवा की कथा में गीता किशोरी का संदेश – आधुनिक परिधान और संस्कारहीनता बन रहे खतरा

श्रीराम कथा के दौरान गीता किशोरी ने सांस्कृतिक क्षरण और लव जिहाद के मुद्दे पर युवाओं को सावधान करते हुए सनातन धर्म के आदर्शों को अपनाने की अपील की।

सेंधवा में आयोजित श्रीराम कथा के दौरान कथावाचिका गीता किशोरी ने सांस्कृतिक मूल्यों की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने आधुनिक जीवनशैली, परिधान और संस्कारहीनता को लव जिहाद जैसी समस्याओं की जड़ बताया।

सेंधवा। श्रीराम कथा के दौरान कथावाचिका सुश्री गीता किशोरी ने अपने विचारों से श्रोताओं को झकझोर दिया। उन्होंने वर्तमान समय में लड़कियों द्वारा फटी जींस जैसे परिधान पहनने को लेकर चिंता जताई और कहा कि कपड़े शरीर को ढकने के लिए होते हैं, न कि प्रदर्शन के लिए। उनके अनुसार आज की जीवनशैली और परिधान ही लव जिहाद जैसी सामाजिक समस्याओं को जन्म दे रहे हैं। जैसा पहनावा होगा, वैसा ही दूसरों के मन में विचार उत्पन्न होंगे। कथावाचिका ने कहा कि माता सीता का जीवन आज भी महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वे एक आदर्श पत्नी, बेटी और स्त्री थीं, जिनके आदर्शों को आज अपनाने की आवश्यकता है।

शिक्षा से नहीं, संस्कार से बनता है चरित्र

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि केवल उच्च शिक्षा नहीं, बल्कि संस्कार ही व्यक्ति को चरित्रवान बनाते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे सनातन धर्म में गर्भाधान से लेकर अंत्येष्टि तक 16 संस्कार होते हैं। यदि एक गर्भवती माता धार्मिक धारावाहिक देखती है, तो गर्भस्थ शिशु पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

लव जिहाद: एक गंभीर चुनौती

गीता किशोरी ने कहा कि लव जिहाद आज समाज के लिए एक गंभीर संकट बन गया है। राष्ट्र विरोधी ताकतें लगातार प्रहार कर रही हैं। समाज को ऐसे मानसिकता वाले युवकों को घर में प्रवेश से रोकना, टोकना होगा। साथ ही उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपनी बेटियों को अच्छे संस्कार दें।

धनुष यज्ञ प्रसंग का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि कैसे लक्ष्मण जी क्रोधित होने के बाद भी राम जी के इशारे मात्र से शांत हो गए। यह संस्कार की शक्ति है। रामचंद्र जी ने भी गुरु की आज्ञा के बाद ही धनुष उठाया और माता जानकी से विवाह किया।

अतिथियों की सहभागिता

कथा स्थल पर समाजसेवी और भाजपा नेता संजय यादव, बी.एल. जैन, एकल अभियान संरक्षक मध्यभारत के कल्याण अग्रवाल, शिक्षा प्रभारी दिगम्बर राठौड़, मयंक जिंदल, सुनील भावसार, पं. मेवालाल पाटीदार, महिला मंडल सुदामा कॉलोनी, अग्रवाल महिला मंडल, दशोरा महिला मंडल, मारवाड़ी ब्राह्मण समाज आदि उपस्थित रहे। सभी ने कथावाचिका गीता किशोरी का शाल, श्रीफल और माला से सम्मान किया।

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