एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज, इंदौर में “AURA 2025” — सिरदर्द एवं माइग्रेन जागरूकता अभियान का सफल आयोजन
गर्म स्नान करने से भी माइग्रेन के दौरे को शांत किया जा सकता है

एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज, इंदौर में “AURA 2025” — सिरदर्द एवं माइग्रेन जागरूकता अभियान का सफल आयोजन
इंदौर। — एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज, इंदौर में “AURA 2025” — सिरदर्द एवं माइग्रेन जागरूकता अभियान का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों से लेकर इंटर्न्स तक ने सक्रिय रूप से भाग लिया, वहीं फैकल्टी सदस्यों और विभागाध्यक्षों की सहभागिता ने कार्यक्रम को और भी ज्ञानवर्धक बना दिया।
यह आयोजन महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अरविंद घंगोरिया जी के संरक्षण में संपन्न हुआ, जिन्होंने प्रारंभ से ही इस प्रयास को प्रोत्साहन और दिशा प्रदान की। कार्यक्रम का आयोजन फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा किया गया, जिसमें विभागाध्यक्ष डॉ. पूजा सोलंकी मिश्रा की मार्गदर्शक भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।
इस अभियान में जागरूकता व्याख्यानों, संवादात्मक क्विज़ राउंड्स, पोस्टर प्रदर्शनी और विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सामाजिक संदेशों से भरपूर नाट्यांशों के माध्यम से सिरदर्द और माइग्रेन जैसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विषयों पर प्रकाश डाला गया।
विशेष रूप से, डॉ. पूजा सोलंकी मिश्रा और डॉ. मोनिका पोर्वाल द्वारा माइग्रेन पर दिए गए अतिथि व्याख्यान अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहे, जिन्होंने छात्रों की समझ को गहराई से प्रभावित किया। उन्होने बताया की माइग्रेन कई कारणों से हो सकता है, जिनमें तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, नींद में बदलाव, और कुछ खाद्य पदार्थ शामिल हैं। माइग्रेन के कुछ सामान्य कारण तनाव हार्मोनल परिवर्तन नींद में बदलाव कुछ खाद्य पदार्थ मौसम में बदलाव शारीरिक गतिविधि तेज रोशनी, तेज आवाज, या तेज गंध ऐवम दवाओं का दैनिक उपयोग और तनाव मुक्त रहना माइग्रेन की रोकथाम में प्रभावी सुझाव हैं। डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं के अलावा, गर्म पैक और हीटिंग पैड तनावग्रस्त मांसपेशियों को आराम देने में मदद कर सकते हैं। गर्म स्नान करने से भी माइग्रेन के दौरे को शांत किया जा सकता है।
मेडिकल कालेज के डीन डा अरविन्द घनघोरिया ने कहा “AURA 2025” जैसी पहल न केवल चिकित्सीय जागरूकता बढ़ाती हैं, बल्कि विद्यार्थियों के भीतर नेतृत्व क्षमता, संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना भी सुदृढ़ करती हैं। एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज इस प्रकार के नवाचारी आयोजनों को निरंतर बढ़ावा देता रहेगा।