उत्कृष्ट विद्यालय में शुरू हुआ मूल्यांकन, प्रथम चरण की कॉपियां पहुंची पहले चरण में 37 हजार उत्तर पुस्तिकाओं की होगी जांच
पहले चरण में 12 वी 5500 काफी जांची व 10 वी की 4500 काफी अब तक जांच दी गई। गलत मार्किंग होने पर प्रति प्रश्न सौ रुपए पेनल्टी लगेगी

आशीष यादव धार
जहां एक और स्कूल में परीक्षा का दौर चल रहा है तो दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने 10 वीं 12वीं की काफी जांचने का काम भी शुरू कर दिया। क्योंकि बच्चों के रिजल्ट इस बार जल्दी देना है। इसलिए विभाग भी कार्य में तेजी लाकर लाकर मूल्यांकन का काम तेज कर दिया है। वही 10 वीं और 12 वीं बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आज गुरुवार से शुरु हो चुका हैं, शहर के घोड़ा चौपाटी स्थित उत्कृष्ट विद्यालय सेंटर पर मूल्यांकन चल रहा हैं, जो करीब एक महीने तक चलेगा। मूल्यांकन के लिए तीन सौ अनुभवी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रथम चरण में 37 हजार कॉपियां धार पहुंची है, जिन्हें गोपनीय कक्ष में स्टोर कर रखा गया है। वहीं गुरुवार को उत्तर प्रथम चरण में हिंदी और अंग्रेजी की कॉपियां मिली पुस्तिकाएं शिक्षकों को चेक करने के लिए दी गई हैं। मूल्यांकन का कार्य शिक्षकों को गंभीरता से करना है। इस दौरान किसी प्रकार की त्रुटि होने या गलत मार्किंग होने पर प्रति प्रश्न सौ रुपए पेनल्टी लगेगी। 10 वीं और 12 वीं बोर्ड परीक्षा के बीच रिजल्ट तैयार करने की कवायद भी शुरू हो गई है। गुरुवार को उत्कृष्ट विद्यालय में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए मूल्यांकन आरंभ हुआ।
196 शिक्षक कर रहे 10 वी 12 की काफी चेक:
इसबार परीक्षा व काफी जांचने का काम साथ चल रहा है जिसमे वही 12 में अब तक 104 शिक्षकों द्वारा 5500 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया। व 10 में 4500 उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन हुआ है। पहले दिन 110 शिक्षक अनुपस्थित रहे अगर यही स्थिति आगे भी रही तो समय पर मूल्यांकन का कार्य यहां पूरा नहीं हो पाएगा। इस बार प्रतिदिन एक शिक्षक को कम से कम 30 व अधिकतम 35 उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करना अनिवार्य है। पहले चरण में कक्षा दसवीं की हिंदी की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। इंदौर संभाग से 16 हजार उत्तर पुस्तिका भेजी है। वहीं कक्षा 12वीं में हिंदी व अंग्रेजी की 21 हजार उत्तर पुस्तिका भेजी है। जिनका मूल्यांकन शुरू हो चुका है। वही 10 वी 12 वी दोनों कक्षाओ की 37 हजार उत्तरपुस्तिका में से 10 हजार अभी जांच दी गई है।
अनुस्थित शिक्षकों को देगे नोटिस:
हालांकि पहले दिन मूल्यांकन में 128 ही उपस्थित रहे, जबकि 110 अनुस्थित थे, जिन्हें सहायक आयुक्त कार्यालय से कारण बताओ नोटिस जारी होगा। दरअसल, पिछले को मूल्यांकन के संबंध में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया था। तब 308 शिक्षक उपस्थित थे। और सभी को मूल्यांकन के लिए अनिवार्य रूप से उपस्थित होना था। गुरुवार को बड़ी संख्या में शिक्षक नहीं पहुंचे। प्रथम दिन 720 कॉपियां जांच की गई। इसके बाद शाम को विद्यार्थियों के रोल नंबर के आधार पर कम्प्यूटर पर सभी के अंक भी चढ़ाए गए। यहां पूरी व्यवस्था माध्यमिक शिक्षा मंडल के निर्देशानुसार की गई। वही अभी 10 हजार उत्तरपुस्तिका जांच दी गई है। इसमें कक्षा 10 वीं की अभी केवल हिंदी की कॉपियां आई है। जबकि 12 वीं में दो विषय हिंदी और अंग्रेजी की कॉपियां आई हैं। जिनकी जांच मूल्यांकनकर्ता करेंगे। 10 वीं के लिए 92 शिक्षकों और 12 वीं में हिंदी अंगेजी विषय की कॉपियां जांच के लिए 104 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
एक शिक्षक को अधिकतम 35 कपियां दी जायेगी:
वही जिला मूल्यांकन व उत्कृष्ट स्कूल की प्राचार्य अमिता वाजपेयी ने बताया कि मूल्यांकन के लिए इस बार समय निर्धारित किया गया है। इसमें पहली बार शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाई गई। प्रतिदिन शिक्षक सुबह 10 बजे उत्कृष्ट विद्यालय पहुंचेंगे। वहीं शाम 5.30 बजे मूल्यांकन खत्म होगा। इस दौरान प्रत्येक शिक्षक को 30 से 35 कॉपियां चेक करने के लिए दी गई है। मूल्यांकन के दौरान मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए शिक्षकों को सुबह 9.45 बजे केंद्र पर आना होगा। हालांकि गुरुवार को बोर्ड की परीक्षा होने से मूल्यांकन दोपहर 1 बजे से शुरू किया गया। वहीं शिक्षकों की उपस्थिति साढ़े 10 बजे से दर्ज की गई। जानकारी के अनुसार 10 वीं में प्रति कॉपी 15 रुपए व 12 वीं के लिए 16 रुपए प्राप्त होंगे। उक गलती पर सौ रुपए पेनल्टी लगेगी। हर दिन कॉपियों की जांच के बाद नंबर भी कॅप्यूटर पर अपलोड होंगे। जिसके बाद उनमें किसी प्रकार का फेरबदल संभव नहीं होगा।
ऑनलाइन अंकों की प्रविष्टि हो रही:
उप मूल्याकंन अधिकारी ओमप्रकाश बैरागी ने बताया कि मूल्यांकन में किसी तरह की गड़बड़ नहीं हो इसके लिए एक मुख्य परीक्षक बनाया है। वही केंद्र पर सीसीटीवी कैमरा से निगरानी रखी जा रही है। जो यहां हो रहा है वह भोपाल में बैठे अधिकारी भी देख रहे हैं ऐसी व्यवस्था शिक्षा विभाग ने की है वहीं सात मूल्यांकनकर्ताओं पर एक उप मुख्य परीक्षक बनाया है। जब मूल्यांकन कर्ताओं द्वारा उत्तर पुस्तिका जांची जा रही है उस समय उप मुख्य परीक्षक उन पर निगाह रख रहा है। इसमें किसी तरह की गलती होने पर उसी समय उसका समाधान किया जा रहा है। वहीं न्यूनतम अंक व अधिकतम अंक वाली कापियों का पुनः मुख्य परीक्षक द्वारा मूल्यांकन किया जा रहा है। कॉपियों का मूल्यांकन होने के बाद उसी समय ऑनलाइन अंकों की प्रविष्टि की जा रही है।