बड़वानी बुलेटिन- 5 जुलाई; बड़वानी की बेटियां हॉकी चैंपियनशिप में दिखाएंगी दमखम, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न, शिक्षकों से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक साझा की गई नई शिक्षा नीति की बारीकियाँ, दीक्षारंभ समापन पर मिला विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता का मंत्र

शासन स्तर से चलाई जा रही संस्था विकास योजना पर हुई महत्वपूर्ण बैठक
बड़वानी; शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी की प्राचार्य डॉ. कविता भदौरिया की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारी डॉ. एनएल गुप्ता के मार्गदर्शन तथा आईक्यूएसी के तत्वावधान में संस्था विकास योजना विषय पर बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान भोपाल से इस विषय पर 3 दिवसीय प्रशिक्षण 30 जून से 02 जुलाई तक प्राप्त कर लौटे महाविद्यालय के आईक्यूएसी कोऑर्डीनेटर डॉ. जगदीश मुजाल्दे एवं सदस्य डॉ. दिनेश सोलंकी ने संस्था विकास योजना पर विस्तारपूर्वक महाविद्यालय के प्राचार्य से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के समक्ष प्रशिक्षण में बताई गई महत्वपूर्ण बातें साझा की।डॉ. मुजाल्दे ने बताया कि संस्था विकास का दायित्व सिर्फ प्राचार्य का नहीं है बल्कि हम सभी का है, और इस कार्य के लिए जो बदलाव भारतीय ज्ञान परंपरा के आधार पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 में किये गये हैं, उन्हें हम सभी को भलीभांति पढ़कर समझना होगा। संस्था विकास की योजना के अंतर्गत समय के साथ तकनीकि उन्नयन के अंतर्गत शिक्षण पद्यतियों में आई.सी.टी. का समावेश करना होगा साथ ही शिक्षक प्रशिक्षण नीति-2021 के अनुसार शिक्षकों को प्रशिक्षित करना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के अनुसार हमारे देश की प्राथमिकता 2040 तक देश की प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा एवं तकनीकि शिक्षा पूरी तरह विद्यार्थी केन्द्रीत होकर देश के युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ रोजगार प्रदाता की हो। इस दौरान डॉ. दिनेश सोलंकी ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में शिक्षा के स्तर को ओर बेहतर बनाने के लिए टीचिंग तथा नान टीचिंग स्टॉफ को तकनीकि के क्षैत्र में प्रशिक्षित होकर अपना योगदान देना होगा।
प्राचार्य डॉ. कविता भदौरिया ने स्टॉफ काउंसिल की बैठक में वार्षिक बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि नवप्रवेशित छात्राओं का महाविद्यालय, में दीक्षारंभ के साथ प्रवेश हो गया है। अतः स्टॉफ को संबोधित करते हुए वार्षिक कैलेण्डर के अनुसार नियमित कक्षाओं एवं गतिविधियों का आयोजन करना शिक्षक की पहली प्राथमिकता है। अतः प्रत्येक विभाग अपनी संस्थागत विकास योजना बनाकर कार्य संपादित करें एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देते हुए महाविद्यालय का गौरवान्वित करें। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एन.एल. गुप्ता, डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा डॉ. जगदीश मुजाल्दे, डॉ. मनोज वानखेड़े, डॉ. महेश कुमार निंगवाल, डॉ. दिनेश सोलंकी, डॉ. सुनीता भायल, प्रो. सीमा नाईक डॉ. अंकिता पागनिस डॉ. शोभाराम वास्केल, श्री कृष्णु यादव सहित समस्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपस्थित थे।
महिला हॉकी में स्नेहा दावदे एवं केसर भाबर मध्यप्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी
बड़वानी; हॉकी कोच मुकेश राठौर ने बताया कि हॉकी इंडिया द्वारा आयोजित 15वी सब जूनियर महिला हॉकी चेम्पियनशिप जो कि झारखंड की राजधानी रांची में 3 से 14 जुलाई तक आयोजित होना है । जिसमें बड़वानी की तीन खिलाडी बेटियां चयनित होकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेगी । जहां स्नेहा दावदे एवं केसर भाबर मध्य प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी ।
वहीं मनप्रीत कौर छत्तीसगढ़ टीम का प्रतिनिधित्व करेगी जहां केसर एवं स्नेहा मध्य प्रदेश राज्य महिला हॉकी अकादमी ग्वालियर में रहकर उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है वहीं मनप्रीत रायपुर हॉकी अकादमी में रहकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है । पूर्व में भी तीनों खिलाड़ी बेटियों ने हॉकी मे राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करते हुए बड़वानी शहर को गौरवान्वित किया है। बेटियों के इन उपलब्धियां पर जिला प्रशासन जिला हॉकी संघ के संरक्षण डॉ.ओपी खंडेलवाल अध्यक्ष अमृतलाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र भावसार, प्रवीण पांडे, अजय कानून, रामजय चौहान, भावेश मालवीय एवं सचिव जसमीत सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश टीम की जीत के कामना की ।
कलेक्टर के निर्देशानुसार; स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक सम्पन्न
बड़वानी ; बैठक मे स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता सीडीआपी/बीएमओ ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण, किशोर स्वास्थ्य तथा महिला सशक्तिकरण से संबंधित योजनाओं के समन्वित क्रियान्वयन की समीक्षा करना था। बैठक में दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई
-पोषण मिशन की प्रगति – बच्चों में कुपोषण को कम करने हेतु चल रही योजनाओं की समीक्षा की गई।
– मातृ स्वास्थ्य सेवाएं – गर्भवती महिलाओं की समय पर जाँच, संस्थागत प्रसव तथा पोषणयुक्त आहार की उपलब्धता पर चर्चा हुई।
– बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम – नियमित टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच एवं स्कूली बच्चों की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर रणनीति बनाई गई। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, जननी सुरक्षा आदि योजनाओं की समीक्षा की गई।
– किशोरी सशक्तिकरण योजना – किशोरियों के लिए स्वच्छता, शिक्षा और पोषण जागरूकता अभियान पर बल दिया गया।
– समन्वय एवं निगरानी ’ दोनों विभागों के बीच बेहतर समन्वय हेतु जिला स्तर पर संयुक्त समीक्षा तंत्र विकसित करने पर सहमति बनी।
बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्य योजना तैयार की जाएगी, ताकि सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके। बैठक मे परियोजना अधिकारी, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, पर्यावेक्षक, बीपीएम, बीसीएम, एबीफेलो नीति आयोग उपस्थित थे ।
दीक्षारंभ समारोह के समापन समारोह में प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य ने कहा- तीन दिनों में झिझक हो गई होगी दूर, अपने घर सा लगने लगा होगा कॉलेज
बड़वानी; दीक्षारंभ समारोह के तीन दिनों में आपको उच्च शिक्षा से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण बातों से परिचित करवाया गया. आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस के विद्यार्थी एक साथ बैठे। तीन दिनों में आपकी झिझक दूर हो गई होगी और अब यह कॉलेज आपको अपने घर सा लगने लगा होगा। जैसे आप अपने घर को स्वच्छ रखते हैं, घर में अनुशासन और संस्कारों का पालन करते हैं, वैसा ही आचरण आप कॉलेज में भी कीजिये।
दीक्षारंभ के बाद आपकी शिक्षारम्भ होगी। सूचना मिलने पर आप सभी विषयों की कक्षाओं को नियमित रूप से अटेंड कीजिये। बी.कॉम. वाले विद्यार्थियों के लिए बी.कॉम. इन रिटेल ऑपरेशंस नामक नया वोकेशनल कोर्स भी प्रारम्भ हुआ है। इसमें दो वर्ष स्टडी होगी और तीसरे वर्ष आपको अप्रेंटिशशिप करने का अवसर मिलेगा। इस दौरान आपको आठ हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड भी प्राप्त होगा. यदि जानकारी के अभाव में आप इस कोर्स का चयन नहीं कर पाए हैं तो उच्च शिक्षा विभाग से सुविधा मिलने पर आप अपने द्वारा चुने गए बी.कॉम. के कोर्स को बदलकर बी.कॉम. इन रिटेल ऑपरेशंस में आ सकते हैं। यह महाविद्यालय आपको केवल डिग्री लेने के लिए ही तैयार नहीं करता है बल्कि स्टार्टअप, उद्यमिता, स्वयं के रोजगार आदि के लिए भी प्रोत्साहित करता है। आप कॉलेज के करियर सेल में अपने स्टार्ट अप आइडिया के साथ आ सकते हैं। उसे क्रियान्वित करने में आपको मार्गदर्शन और सहयोग देंगे।
ये बातें प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़वानी में स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के माध्यम से आयोजित किये जा रहे दीक्षारंभ समारोह के समापन अवसर पर विद्यार्थियों को शुभकामना सन्देश देते हुए प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य ने कहीं। समारोह का समन्वय करियर सेल के कार्यकर्तागण डॉ. प्रीति गुलवानिया, डॉ. अंतिम मौर्य, दिव्या जमरे, कन्हैयालाल फूलमाली, राहुल भंडोले, यश कारोले, सूरज सुल्या, वर्षा मुजाल्दे, मोक्ष यादव, भोलू बामनिया, शिवानी बड़ोले, दिलीप मोरे और डॉ. मधुसूदन चौबे ने किया. इस अवसर पर शासकीय महाविद्यालय, पानसेमल के स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ. सुनील बागले भी उपस्थित हुए।
अनेक विषयों पर दिया मार्गदर्शन
तीसरे दिन डॉ. आशा साखी गुप्ता और डॉ. लक्ष्मी वास्केल ने अर्थशास्त्र विषय में अध्ययन और रोजगार, डॉ. दिनेश परमार ने सीसीई, प्रोजेक्ट और प्रेक्टिकल, डॉ. विनय गोरे और श्री जगदीश सनियर ने लायब्रेरी के सदुपयोग एवं ज़िन्दगी में पुस्तकों का महत्व, डॉ. भूपेन्द्र भार्गव ने भारतीय ज्ञान परम्परा, डॉ. राजमल सिंह राव ने नेतृत्व, साहस और आत्मविश्वास का विकास, प्रो. जितेन्द्र ठाकुर ने ड्राइंग एंड पेंटिंग में अध्ययन तथा करियर के अवसर, डॉ. श्याम नाइक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कॉलेज में प्रशिक्षण की व्यवस्था और इसमें करियर के अवसर, प्रो. नारायण रैकवार ने हिन्दी के अध्ययन और करियर के क्षेत्र, प्रो लोकेन्द्र वर्मा ने विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन और करियर, प्रो. अरविन्द परिहार ने जीवन शैली तथा अनुशासन और करियर सेल की टीम ने स्वयम पोर्टल, मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की कार्यनीति विषय पर युवाओं को मार्गदर्शन दिया।
विद्यार्थियों ने रखे विचार
इस अवसर पर फर्स्ट इयर में नव प्रवेशित छात्राओं मयूरी कौशल तथा खुशी मंडलोई तथा छात्र गौतम कुशवाह ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने लक्ष्य के अनुसार अध्ययन और परिश्रम करेंगे. गौतम कुशवाह ने कहा कि वे अपना स्वयं का लघु उद्योग प्रारम्भ करना चाहते हैं। पूर्व प्रवेशित छात्रा जोया खान और परिधी अजरावनिया ने अपने एक वर्ष के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि कॉलेज में पढ़ाई का अनुकूल वातावरण है. व्यक्तित्व विकास के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।