सेंधवा: आयकर विवरणी प्रारूप 2 व 3 हुए ऑफलाइन जारी, श्री जैन की शिकायत पर पीएमओ ने की त्वरित कार्रवाई
बड़वानी में वरिष्ठ कर सलाहकार की पहल रंग लाई, आयकर विभाग ने जारी किए नए विवरणी प्रारूप

सेंधवा। वरिष्ठ कर सलाहकार बी.एल. जैन की प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई शिकायत के बाद आयकर विभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए विवरणी प्रारूप 2 और 3 ऑफलाइन जारी कर दिए हैं। व्यवसायिक आय वाले करदाता अब विवरणी दाखिल कर सकेंगे। शेष प्रारूपों को जल्द जारी करने की मांग की गई है।
अब इन प्रारूपो को वेबसाईट पर अपलोड करने में लगभग एक सप्ताह का समय लग सकता है। प्रारूप जारी होने से व्यवसाय से संबंधित आय वाले करदाताओं की विवरणीयां अब जमा हो सकेगी।
अधिवक्ता एवं वरिष्ठ कर सलाहकार बी.एल. जैन ने वित्तीय वर्ष समाप्ति के सवा तीन माह बाद भी प्रारूप जारी नहीं होने की समस्या को लेकर दि. 6 जुलाई को प्रधानमंत्री कार्यालय को षिकायत प्रेषित करते हुए इसकी प्रतिलिपीयां केन्द्रीय वित मंत्री एवं चेयरमेन केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को ई-मेल द्वारा पत्र प्रेषित कर उन्हे अवगत कराया था कि केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को 1 अप्रैल को ही आयकर विवरणी के प्रारूप वेबसाईट पर अपलोड कर देना चाहिए ताकि करदाता अपनी विवरणी निर्धारित समय पर दाखिल कर सकें। विभागीय व्यवस्था के तहत् विभिन्न श्रेणी के करदाताओं के लिए अलग-अलग प्रारूप आयकर विभाग द्वारा प्रत्येक वित्त वर्ष के लिए जारी किए जाते है इस मर्तबा केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा केवल प्रारूप 1 एवं 4 ही जारी किए गए थे। जो वेतन भोगी कर्मचारियों एवं अन्य स्त्रोत से आय प्राप्तकर्ता एवं आयकर अधिनियम की धारा 44-एडी, एई के तहत् आय दर्षाने वाले करदाताओं के लिए लागू होता है।
इस समस्या के समाधान हेतु प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुवे श्री जैन की शिकायत को दि. 7 जुलाई को श्री संजय कुमार डाॅयरेक्टर जनरल आॅफ इनकम टैक्स (सिस्टम) बैंगलोर को प्रेषित करते हुवे शिकायत का निराकरण करने के निर्देश जारी किये गये थे। इसके प्रत्युत्तर में डाॅयरेक्टर जनरल द्वारा 9़ जुलाई को प्रधानमंत्री कार्यालय को सुचित करते हुवे श्री जैन को भी सुचित किया गया कि आप प्रतीक्षा करे क्योंकि आयकर विवरणी शीघ्रतापुर्वक जारी की जा रही है।
इसी श्रृखंला में विभाग द्वारा आज आयकर विवरणी के प्रारूप 2 एवं 3 आॅफलाईन जारी कर दिये गये है। श्री जैन ने बताया कि उक्त प्रारूप ई-फाईलिंग वेबसाईट पर अपलोड होने में लगभग एक सप्ताह का समय लग सकता है। इसके बाद जिन करदाताओं की आमदनी व्यवसाय से संबंधित है वे अपनी विवरणीया दाखिल कर सकेगें। वर्तमान में देश के लाखो करदाता उक्त प्रारूप जारी नहीं होने से बैंक आदि के कार्यो के लिये परेशान हो रहे थे। श्री जैन ने बताया अभी भी विभाग द्वारा प्रारूप 5 एवं 7 जो कि भागीदारी फर्म एवं कम्पनी करदाताओं के लिये होते वे जारी नहीं हुवे है ना ही आॅडिट के प्रारूप जारी हुवे है। श्री जैन ने इन्हें भी शीघ्रता पुर्वक जारी करने की मांग करते हुवे पत्र पर केवल 5 दिवस में ही कार्यवाही होने पर प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रति आभार जताया है।