कही कर्मचारियों की धड़कनें बडी, जल्द ही जारी होगी विभागों की सूची, सबसे पहले पुलिस विभाग ने की सर्जरी चालू।
जिला पंचायत, जनजाति विकास विभाग व शिक्षा विभाग में ट्रांसफर की तैयारी कही विभागों में कर्मचारी अभी भी बैठे कुंडली मारकर।

आशीष यादव धार.
सरकार के नियम के हिसाब से किसी विभाग में अगर कर्मचारी या बाबू तीन साल से अधिक रहता थे उसपर यह नियम लागू होता ने मगर आज तक जिला मुख्यालय व जिले में 45 से अधिक विभाग में अंगद के पैर की तरह कर्मचारी जमे हुए है। वही इनको कोई हटाने का प्रयास नही कर सकता है। क्योंकि यह नेता अधिकारियों के मुरीद होते है। वही बता देकि शासकीय विभागों में ट्रांसफर को लेकर भारी उथल-पुथल मची हुई है। एक स्थान पर लंबे समय से डटे हुए कर्मचारियों पर इसका अधिक असर होगा, जिन्हें एक स्थान से हटाकर दूसरी जगह भेजा जाएगा। तबादलों के सीजन में यह बदलाव बड़े स्तर पर देखने को मिलेगा। वही दो दिन का समय और बचा है। कही ओर भी नेताओ की नोटशीट पर नाम आ रहे यह कही विभाग 17 को सूची जारी करेंगे तो कुछ बाद में। वही कही कार्यालय में बैठे बाबू आज भी चांदी की चमक से घी पी रहे है और बात करने की तमीज तक नही है।
जनजाति में थोक बंद तबादले:
ट्रांसफर की सबसे बड़ी तैयारी जनजाति विकास विभाग में चल रही है। विभाग के पास 1100 से अधिक शिक्षकों व लिपिक वर्ग के कर्मचारियों के आवेदन आए है। जिनमें तीन सौ के लगभग आवेदनों की सिफारिश जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई है। इसपर अंतिम मुहर प्रभारी मंत्री द्वारा लगाई जाएगी। अनुमान है कि 17 जून को तबादला सूची जारी होगी। जिले में जिपं सहित जनजाति विकास विभाग, शिक्षा, राजस्व, स्वास्थ्य और अन्य विभागों में थोकबंद तबादले की तैयारी चल रही है। सूत्रों की मानें तो तबादलों का सीजन जिला पंचायत, जनजाति विकास विभाग व शिक्षा विभाग में ट्रांसफर की तैयारी जिला पंचायत में 700 कर्मचारियों की सूची, राजस्व के पास 850 नाम शिक्षा विभाग में ढाई सौ कर्मचारी इधर से उधर होंगे,17 जून तक जारी होगी लिस्ट।
कर्मचारियों में मची खल- बली:
शासकीय विभागों में ट्रांसफर को लेकर भारी उथल-पुथल मची हुई है। एक स्थान पर लंबे समय से डटे हुए कर्मचारियों पर इसका अधिक असर होगा, जिन्हें एक स्थान से हटाकर दूसरी जगह भेजा जाएगा। तबादलों के सीजन में यह बदलाव बड़े स्तर पर देखने को मिलेगा। इसपर अंतिम मुहर प्रभारी मंत्री द्वारा लगाई जाएगी। अनुमान है कि 17 जून को तबादला सूची जारी होगी। जिले में जिपं सहित जनजाति विकास विभाग, शिक्षा, राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, वन और अन्य विभागों में थोकबंद तबादले की तैयारी चल रही है। सूत्रों की मानें तो कर्मचारी, धार सहित इंदौर और भोपाल की दौड़ लगा रहे है।।
मनपसंद जगह ट्रांसफर की जुगाड़;
सरकारी स्कूलों में अटैच शिक्षक ऐसी जगह पर नौकरी करना चाहते हैं, जहां आने-जाने में उन्हें आसानी हो। इनकी पहली पंसद जिला मुख्यालय और उसके बाद तहसील है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों की कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है, वहां कोई जाने के लिए आसानी से तैयार नहीं होता। हालांकि विभाग ने कड़े संकेत दिए कि हैं कि जिन स्कूलों में पहले से पर्याप्त स्टाफ हैं, वहां नई सिरे से पोस्टिंग नहीं होगी। अतिरिक्त स्टाफ होने पर शिक्षकों का ट्रासंफर ऐसी शालाओं में किया जाएगा, जहां पढ़ाने वाले शिक्षक कम हैं।
तबादले में पुलिस ने मारीबाजी 340 लिस्ट जारी:
वही धार पुलिस मनोज कुमार ने अब तक 340 पुलिस कर्मियों ट्रांसफर लिस्ट जारी की है जिसमे कही थानों में अब तक वर्षों से जमे आरक्षक व पुलिसकर्मी की विदाई होना पक्की है। वही ट्रांसफर लिस्ट जारी करने में पुलिस विभाग आगे है। पिछले दिनों एसपी मनोज कुमार सिंह द्वारा 123 पुलिसकर्मियों के ट्रांफसर जिले के अंदर किए। इसमें बड़ी संख्या में स्टाफ इधर से उधर हुआ है। आरक्षक, प्रधान आरक्षक और सहायक निरीक्षकों के तबादले किए गए, वही सप्ताह के अंदर 209 नामो की सूची ने तो चौका कर रख दिया जिसमें कोतवाली व नौगांव थाने में जमे हुए थे। वही कुछ अन्य जिलों से यहा ड्यूटी पर थे उनकी विदाई लिस्ट भी देर शाम जारी कर दी। लेकिन अब भी कई पुलिसकर्मी सालों से थानों पर जमे हुए कुछ कर्मचारी बचे वह एसपी साहब की नजर में है उनकी भी लिस्ट जारी हौगी वही साथ ही जिलेभर के थाना प्रभारियों की लिस्ट एक दो दिन में बाजार में निकलक़र आ जायेगी।
जिला पंचायत ने 700 कर्मचारियों की बनाई सूची:
जनजाति विकास विभाग के बाद सबसे ज्यादा ट्रांसफर जिला पंचायत और जनपदों में होना है। विभाग द्वारा सात सौ कमचारियों की सूची तैयार की गई है। इस फेहरिस्त में द्वितीय-तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, जनपद सीईओ, पंचायत सचिव व अन्य कर्मचारियों के नाम शमिल किए गए हैं। वही कही पंचायतो में सचिवों के पास दो दो पचायत है मगर वहां पर सहायक सचिव को चार्ज नही दिया जा रहा है मगर प्रदेश में अन्य जिलों में सह सचिव को चार्ज दिया जाता है मगर धार जिला ऐसे अछूता है। वही कही विभाग अधिकारियों के साथ में कुछ कर्मचारी ही नेता बनकर बैठे है। ओर नेताओ की नोटशीट बनवाकर अपने सहयोगियों को बैठाने लिए जगह बना रहे है।
कहा कितने कर्मचारी जमे सालो से:
वही बता देकि जिला मुख्यालय व जिले करीब एक हजार से अधिक कर्मचारी सालो से जमे जिनकी नौकरी एक ही दफ्तर में निकल गई है वहीं इन बाबू और कर्मचारियों का रोफ़ सबसे ज्यादा है जो आने वाले आवेदकों को बाहर से ही विदाई करवा देते हैं साहब तक उनकी फरियाद भी नहीं पहुंच पाती है। जिसमे सबसे पहले कलेक्टर कार्यालय में 7 तो तहसील एसडीएम 6, तो जिला कोषायल व पेंशन में 5 वही इन विभाग पिछले दिनों कर्मचारियों पर पैसे लेने के आरोप भी लग चुके है। उप संचालक कृषि उघानिकी, उघोग, सहकारिता, आबकारी रोजगार,भू अभिलेख, पंजीयक, सर्वशिक्षा, ग्रमीण यंत्री, पीडब्ल्यूडी, आयुष विभाग, स्वास्थ,जेल विभाग,वन विभाग नगरपालिका, खनिज, आजीविका मिशन सहित अन्य विभागों में लगभग एक हजार से अधिक कर्मचारी सालो से कुंडली मार कर बैठे है।
किस विभाग में कितने आवेदन…
विभाग आवेदन
जिला पंचायत 700
जनजाति विकास 1100
शिक्षा 300
राजस्व 850
स्वास्थ्य 290
पुलिस 240
महिला एवं बाल विकास 100
स्वास्थ विभाग। 50
वन विभाग 27
अन्य विभाग 1000