इंदौर में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम*
प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अंतर्गत 2,36,624 महिलाएं लाभान्वित*

*इंदौर में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम*
*प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अंतर्गत 2,36,624 महिलाएं लाभान्वित*
*कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में सखी निवास की महत्वपूर्ण भूमिका*
इंदौर,। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पोषित एवं सहायित महत्वपूर्ण योजनाओं के तहत मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित सखी निवास और वन स्टॉप सेंटर, बच्चों और महिलाओं के लिए सशक्तिकरण में प्रमुखता से कार्य कर रहे है।
प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना’ के अंतर्गत इंदौर जिले में अब तक 2,36,624 महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। वर्ष 2018-19 एवं 2019-20 में संख्या की दृष्टि से देश में सर्वाधिक महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए इंदौर जिले को भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किया गया है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम के तहत इंदौर जिले में जन्म लिंगानुपात में सुधार आया है। NFSH-4 के सर्वे में जन्म लिंगानुपात (SRB) 849 था | NFSH-5 के सर्वे में बढ़कर 996 हो गया है। इस हेतु जिले की सभी 674 सोनोग्राफी मशीन में ट्रेकिंग डिवाइस इंस्टाल किया गया । उक्त ट्रेकिंग डिवाईस की मदद से पी.सी. एंड पी.एन.डी.टी. सेल को हमारी लाडली पोर्टल के माध्यम से सोनोग्राफी का डाटा प्राप्त होता है।
इंदौर में वर्ष 2016 से ‘वन स्टॉप सेंटर’ से संचालित किया जा रहा है। जहां मुख्य रूप से घरेलू हिंसा एवं महिलाओं पर उत्पीडन निवारण हेतु सेंटर द्वारा सेवाएं दी जाती है। सेंटर पर महिलाओं को आश्रय, चिकित्सा, कानूनी सहायता, पुलिस सहायता एवं परामर्श सहायता एक ही स्थान से उपलब्ध कराया जाता है। इंदौर ‘वन स्टॉप सेंटर’ में आरम्भ से अभी तक कुल 15,683 प्रकरण पंजीकृत किये जाकर समाधानित किये गए। वन स्टॉप सेंटर इंदौर द्वारा घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास हेतु विभिन्न प्रशिक्षणों स्वरोजगार योजनाओं जैसे मुद्रा आदि से जोड़ने उनकी नौकरी लगवाने, विभिन्न आवश्यक दस्तावेज बनवाने, आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने आदि के भी कार्य किये गए है।
अप्रैल, 2024 में इंदौर के पलासिया स्थित 100 बेड वाले नव निर्मित ‘वर्किंग वुमन होस्टल’ (सखी निवास) बनकर तैयार हुआ है। केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित इस परियोजना की लागत 8.29 करोड़ रुपये है। सर्व सुविधा संपन्न पॉश इलाके पलासिया में स्थित इस वर्किंग वुमन होस्टल (सखी निवास) में काम-काजी महिलाओं के लिए सिंगल रूम, डबल शेयरिंग रूम, डोरमेट्री, प्रीमियम रूम, मेस, डायनिंग हाल, मनोरंजन कक्ष आदि सुविधाएं उपलब्ध है।
वर्तमान में ‘सखी निवास’ में विभिन्न क्षेत्रों में जैसे चिकित्सा, इंजीनियरिंग, शिक्षा, सांख्यिकी एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य कर रही युवतियां होस्टल में रह रही है। युवतियों के लिए सुरक्षित स्थान पर सर्व सुविधाओं युक्त अत्यंत कम दर पर शासन द्वारा उपलब्ध यह सुविधा उनके कार्य क्षेत्र में बने रहने और विकास के लिए वरदान है। केंद्र सरकार की यह महत्वपूर्ण योजना देश के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु उन्हें समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराने के क्रम में आरम्भ और विस्तारित की गई है।
महिलाओं के लिए इंदौर में बनाए गए ‘वन स्टॉप सेंटर’ और ‘सखी निवास’, इन दोनों सुविधाओं का आज दिल्ली से आए राष्ट्रीय मीडिया दल ने भ्रमण एवं अवलोकन किया। राष्ट्रीय मीडिया डेलिगेशन को संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग इंदौर संभाग डॉ. संध्या व्यास द्वारा विगत कुछ वर्षों में महिला एवं बाल विकास इंदौर अंतर्गत किये गए कई सफल कार्यों और कार्यक्रमों की जानकारी दी। दल के सदस्यों को विभिन्न घरेलू हिंसा से पीडित महिलाओं की घरेलू हिंसा से सम्बंधित समस्याओं के समाधान, सफलता एवं उनके पुनर्वास के कार्यक्रम के बारे में भी बताया गया।