कलेक्टर ने वाटरशेड के कार्यो की, कि विस्तृत समीक्षा दिये आवश्यक निर्देश

बड़वानी
12 जुलाई 2022/जिले की विशेष स्थिति के मद्देनजर हमारे यहां वाटरशेड मिशन की एहमियत से कोई इंकार नही कर सकता। इस योजना से हम जहां वीरान हो गये पहाड़ो पर पुनः पौधा रोपण कर उन्हे हरा-भरा बना सकते है। वही जल एवं जमीन के हो रहे क्षरण को रोककर जहां पर्यावरण सहेजने में अपना योगदान दे सकते है। वही सूख चुके जल संरचनाओं को भी पुनः जीवित कर सकते है। अतः जिले की स्वीकृत 4 परियोजना क्षेत्र में मृदा एवं जल संरक्षण की विस्तृत कार्ययोजना बनाकर अधिक से अधिक पौधारोपण, कन्टूर ट्रेंच, गेबियन रिचार्ज साफ्ट बनाते हुए पौधारोपण करवाये। जिससे वर्षाकाल के बूंद-बूंद का हम संचय कर सके। कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने उक्त निर्देश प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटरशेड विकास- 2.0 की सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिये। बैठक के दौरान उन्होने बड़वानी, निवाली एवं पानसेमल विकास खंड की चार परियोजनाओं में जल संरक्षण हेतु कराए जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तृत समीक्षा कर लम्बित व प्रगतिरत कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही जुलाई से सितम्बर तिमाही में कराए जाने वाले कार्यों की भी स्वीकृति करते हुए तत्काल कार्य प्रारंभ करवाने के भी निर्देश दिये। बैठक के दौरान संबंधित पदाधिकारियों ने बताया कि वाटरशेड के तहत जिले में 189 कार्य संचालित किये जा रहे है। जिसमें 26 हेक्टर में कन्टूर ट्रेंच, 68 गेबियन स्ट्रक्चर, 22 चेक डेम-स्टाप डेम, 35 रिचार्ज साफ्ट, 21 खेत तालाब, 5 अतिरिक्त अमृत तालाब, 6 अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कार्य इन परियोजनाओं के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है।