खेत में मिला शव, अब हुआ खुलासा – कहासुनी के बाद गड्ढे में धक्का देकर की गई थी हत्या

बड़वानी; जिले की खेतिया पुलिस ने एक रहस्यमयी हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। खेत में मिला शव, एक चप्पल और शराब की बोतल ने उस सच्चाई की परतें खोल दीं, जो एक दुर्घटना नहीं बल्कि जानबूझकर की गई हत्या थी।
बड़वानी जिले की खेतिया पुलिस ने एक अंधे कत्ल की गुत्थी को बेहतरीन तरीके से सुलझा लिया है। करीब 19 दिन पुराना यह मामला अब पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है। रविवार शाम को एसडीओपी आयुष अलावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि खेत में मिला शव गंगाराम (30 वर्ष) का था।
घटना 10 जून की रात की है, जब खेतिया-पाटी रोड पर स्थित संतापवाड़ी के एक खेत में मालवीय जिनिंग के सामने गंगाराम का शव बरामद हुआ था। प्रारंभिक जांच के दौरान मृतक की पहचान नहीं हो सकी थी, लेकिन पिता ज्ञान सिंह की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का प्रकरण खेतिया थाने में दर्ज किया गया।
पुलिस ने मौके से खून से सनी मिट्टी, चप्पल और अन्य साक्ष्य जुटाए। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई। इसी दौरान जानकारी मिली कि गंगाराम घटना की रात संतापवाड़ी निवासी भगवान (56 वर्ष) के साथ कच्ची महुए की शराब पी रहा था।
पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए भगवान ने अंततः जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि शराब के नशे में दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी। बहस के दौरान उसने गंगाराम को गहरे गड्ढे में धक्का दे दिया। सिर में गंभीर चोट लगने से गंगाराम की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने 28 जून को भगवान को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
इस पूरे मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बनाई गई विशेष टीम ने किया। इस टीम का नेतृत्व खेतिया थाने के निरीक्षक सुरेंद्र कनेश ने किया। टीम में सउनि विक्रमसिंह किराडे, प्रआर राजेन्द्र बर्डे, आर धर्मेंद्र, विजय, सुनील, मानसिंह, चा.आर लीलाशंकर पाटीदार के साथ-साथ सायबर सेल बड़वानी से उनि. रितेश खत्री और प्र.आर योगेश पाटील ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
खेतिया पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई और तकनीकी साक्ष्यों के इस्तेमाल की सराहना की जा रही है।