बड़वानी: छात्रावासों-आश्रमों की व्यवस्था पर कलेक्टर सख्त, 25 जुलाई तक मांगी रिपोर्ट
समय सीमा बैठक में प्रभारी कलेक्टर सुश्री काजल जावला ने लंबित शिकायतों और छात्रावासों की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर कड़े निर्देश दिए। संबंधित अधिकारी 25 जुलाई तक निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करेंगे।

बड़वानी; रमन बोरखड़े।बड़वानी कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को प्रभारी कलेक्टर काजल जावला की अध्यक्षता में समय सीमा बैठक हुई। इसमें जनसुनवाई, सीएम हेल्पलाइन, ई-केवाईसी और छात्रावास-आश्रमों की व्यवस्थाओं पर सख्त निर्देश जारी किए गए।
प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ सुश्री काजल जावला की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में अंतरविभागीय समन्वयक सह समय सीमा बैठक संपन्न हुई। बैठक में अपर कलेक्टर केके मालवीय, संयुक्त कलेक्टर सोहन कनाश, डिप्टी कलेक्टर शक्तिसिंह चौहान, एसडीएम बड़वानी भूपेंद्र रावत समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही अनुविभागीय एवं तहसील स्तर के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।
सीएम हेल्पलाइन शिकायतों पर समीक्षा
बैठक में सुश्री काजल जावला ने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि रैंकिंग प्रभावित करने वाली शिकायतों पर विशेष ध्यान दें। फोर्स क्लोज की गई शिकायतों की भी समीक्षा कर संतुष्टि सुनिश्चित की जाए। सभी अधिकारी जनसुनवाई की लंबित शिकायतों पर रिपोर्ट तैयार करें।
समय सीमा पत्रों और ई-केवाईसी में तेजी लाने के निर्देश
बैठक में लंबित समय सीमा पत्रों की विस्तृत समीक्षा हुई। कलेक्टर ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि तय समय में गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित करें। समग्र ई-केवाईसी में प्रगति धीमी रहने वाले जनपद और नगरीय निकायों को सुधार करने के निर्देश दिए। साथ ही राशन के पात्र हितग्राहियों की ई-केवाईसी में सुधार हेतु जेएसओ को और डिफॉल्ट दुकानों पर कार्रवाई के लिए डीएसओ और एसडीएम को निर्देशित किया।
छात्रावासों-आश्रमों का 25 जुलाई तक गहन निरीक्षण
कलेक्टर ने इंदौर संभागायुक्त के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए संचालित आश्रमों, छात्रावासों और आवासीय परिसरों का 25 जुलाई तक गहन निरीक्षण किया जाए। इसके लिए एडीएम, एसडीएम, जनपद सीईओ और तहसीलदारों को नामजद कर ड्यूटी आदेश जारी करने को कहा गया।
निरीक्षण में किन बिंदुओं पर रहेगी नजर
निरीक्षण के दौरान रसोईघर, भंडार कक्ष, खाद्य सामग्री, भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई, स्वास्थ्य जांच, मौसमी बीमारियों और सुरक्षा व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। कन्या छात्रावासों में सेनेटरी नेपकिन, सुरक्षा, साफ-सफाई की जांच की जाएगी। निरीक्षण के समय विद्यार्थियों से सामूहिक चर्चा कर फीडबैक फॉर्म भरवाए जाएंगे।