शेयर ट्रेडिंग के करोडों रुपयों का बैंक खातो में हुआ ट्रांजेक्शन, पुलिस ने कांग्रेस नेत्री के पुत्र सहित धार के 5 युवको पर दर्ज किया प्रकरण
म्युल खातो और फर्जी हस्ताक्षर किए कर किया करोड़ो का ट्रांजेक्शन, पुलिस ने शेष राशि होल्ड कराई

आशीष यादव धार।
शेयर ट्रेडिंग के नाम से ऐप संचालित कर बैंक खातों से करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन करने के मामले में कोतवाली पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही की गई है। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेसी महिला पार्षद के बेटे लईक पिता रईस शेख सहित कुल पांच आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित आईटी एक्ट की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरु की है। आरोपियों ने म्यूल बैंक खातों का उपयोग कर रुपयों का लेनदेन किया था, इसके एवज में आरोपियों को रुपए भी मिलते थे। अब आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर एक टीम गठित की गई है।
70 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन
दरअसल शहर के कुछ युवाओं के बैंक खातों में लाखों रुपए जमा होने के बाद रकम का ट्रांजेक्शन होने की सूचना कोतवाली पुलिस को मिली थी। पुलिस ने बैंक खातों पर नजर रखना शुरु की। केनरा बैक की और से पुलिस को एक अकाउंट की जानकारी दी गई, जिसमें बताया गया कि खाता क्रमांक 120030709974 से 70 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। इसी तरह के कुछ और संदिग्ध खातों की जानकारी सामने आई हैं, थाने पर 24 सितंबर 2024 को एक शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देशन में जांच शुरु की गई।
फर्जी हस्ताक्षर किए
थाना प्रभारी समीर पाटीदार ने बताया कि संगठित गिरोह द्वारा शेयर ट्रेडिंग के नाम से ऐप संचालित कर धार शहर की विभिन्न बैंक की शाखाओं में फर्जी दस्तावेज और फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके से करोडो रुपये का ट्रांजेक्शन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। जाँच के दौरान लाईक के द्वारा फैजान, आमिर, इसरार के खातो का म्युल खातो की तरह उपयोग किया गया था। सभी आरोपियों द्वारा ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से कुल 1 करोड़ 7 लाख 97 हजार 324 रुपये म्यूल बैंक खातों में लेन -देन कर सायबर फ्रॉड किया है।
शेष राशि होल्ड
पुलिस के अनुसार आरोपियों के द्वारा चेक व एटीएम से कुल 37 लाख 97 हजार रुपये नगद निकाले गए। वहीं आरोपी के आमिर खाते से 6 लाख 52 हजार तथा इसरार के खाते से 28 लाख 59 हजार तथा फैजान के खाते से 2,75,000/- रुपये की नकद राशि निकाली गई। आरोपियों द्वारा 08 खातों में लगभग 70 लाख रुपये का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया गया उक्त खातो से अधिकतम राशि निकाल ली गई व न्यूनतम राशि शेष है जिसको होल्ड करवा दिया गया है।
नौकर की ली मदद
सीएसपी वास्कले ने बताया कि मुख्य आरोपी लईक पिता रईस शेख निवासी पिंजारवाडी धार अपने नौकर व सहायक जावेद उर्फ राजा से अन्य आरोपियों के खाते से साइबर फ्रॉड के माध्यम से आए रुपयों को निकलवाता था। साइबर फ्रॉड से प्राप्त सेकंड, थर्ड, फोर्थ लेयर के रुपयों को केश आहरण कर व अन्य खातों में ट्रांसफर करता था। आरोपी लाइक के बैंक खातों की जानकारी ली जा रही है संभवतः लाइक द्वारा अपना खाता उपयोग नहीं किया। आरोपियों के सभी बैक खाते पर राष्ट्रीय अपराध साइबर पोर्टल पर विभिन्न राज्यों से सायबर फ्रॉड की कुल 20 शिकायत दर्ज है। लाईक के द्वारा मुख्य भूमिका निभाकर खुद के खाते में रुपये न लेते हुए म्युल खातो को संचालित किया जा रहा है, म्युल खातों की जांच की जा रही है, लाइक की अन्य खातों की जानकारी ली जा रही है।
यह हैं म्यूल अकाउंट
म्यूल बैंक अकाउंट ऐसे अकाउंट होते हैं, जिनका इस्तेमाल जालसाज ऑनलाइन ठगी में मिले पैसों को ठिकाने लगाने के लिए करते हैं। अगर वह खुद के खाते खुलवाए थे, तो केवाईसी के तहत फंस जाएंगे। लिहाजा, वे भोले-भाले लोगों को कमीशन का लालच देकर फंसाते हैं। ऐसे में किसी तीसरे व्यक्ति से खाता खुलवाकर उसमें ठगी की राशि मंगवाते हैं। ठगी की रकम में से खाताधारक को राशि का कुछ हिस्सा दिया जाता है। पुलिस लगातार लोगों को आगाह कर रही है कि ठगों के इस तरह के प्रलोभन में न फंसे।
प्रकरण में आरोपियों की भूमिका
01.मुख्य आरोपी लईक पिता रईस शेख (मुख्य आरोपी व सायबर फ्राॅड से प्राप्त सेकंड, थर्ड, फोर्थ लेयर के रुपयों को केश आहरण कर व अन्य खातों में ट्रांसफर करता था।)
02. फैजान पिता अनवर (सह आरोपी व खाता धारक)
03. आमिर पिता कलीम (सहआरोपी)
04. जावेद पिता रईस (सहआरोपी व नौकर)
05. इसरार पिता मुख्तियार (सहआरोपी- लईक का पार्टनर)