दुनिया के बड़े देशों में भारत की स्थिति शीर्ष पर आती जा रही, इसे कायम रखना होगा – अग्रवाल
इंडियन कॉमर्स एसोसिएशन (आईसीए) की नीति निर्धारक समिति की बैठक – देशभर के वाणिज्य विद्वान हुए शामिल

इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट
इंदौर, आज देश को आर्थिक और सामाजिक मजबूती की जरूरत है। देश मजबूत होगा तो नागरिक भी मजबूत होंगे। इसके लिए जरूरी है कि देश की जीडीपी में लगातार वृद्धि हो। अच्छी बात यह है कि दुनिया के बड़े देशों में भारत की स्थिति शीर्ष पर आती जा रही है, इसे कायम रखने की जरूरत है।
इंडियन कामर्स एसोसिएशन के 74वें अधिवेशन के लिए नीति निर्धारक समिति की इंदौर में आयोजित बैठक में अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में वरिष्ठ समाजसेवी एवं उद्योगपति विनोद अग्रवाल ने यह बात कही। इस अवसर पर शैक्षिणक, सामजिक एवं आर्थिक कल्याणकारी कार्यक्रमों और योजनाओं के लिए आईसीए द्वारा पूरे राष्ट्र की ओर से उनका सम्मान किया गया। इसके पूर्व चमेलीदेवी प्रोफेशनल इंस्टीटयूट के सभागृह में इंडियन कॉमर्स एसोसिएशन (आईसीए) की नीति निर्धारक समिति की बैठक भी हुई, जिसमें औरंगाबाद से आए आईसीए अध्यक्ष प्रो. डब्ल्यू.के. सर्वदे, बैंगलुरू से प्रो. जयप्पा, मुंबई से आईसीए के सचिव डॉ. कुलदीप शर्मा, हैदराबाद से देशारीचेनप्पा तथा पूर्व अध्यक्ष टी.ए. शिवारे, हैदराबाद से पुरुषोत्तम राव एवं इंदौर से डॉ. रमेश मंगल ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस बैठक में आईसीए के आधारभूत निर्णय लिए गए, जिनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2030 के लिए रोड मेप तथा तकनीकी सत्रों के तहत बिजनेस ट्रांसफार्मेंशन एवं डिजीटल इकानामी, फ्यूचर आफ बिजनेस इंडस्ट्रीज, उद्यमिता में नवाचार, स्टार्टअप एवं सस्टेनेबल डेवलपमेंट सहित विभिन्न बिन्दुओं पर दिशा निर्देश जारी किए गए और इसके लिए चेयर पर्सन एवं को चेयर पर्सन के मनोनयन को मंजूरी भी दी गई।
संध्या को उद्योगपति विनोद अग्रवाल का समाज, शिक्षा एवं उद्योग के क्षेत्र में उनकी शानदार सेवाओं के लिए आईसीए की नीति निर्धारक समिति की ओर से सम्मान किया गया। अग्रवाल ने 11 हजार करोड़ का कारोबार कर भारत के साथ दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर, नेपाल, इंडोनेशिया जैसे देशों में भी अपने कारोबार के माध्यम से देश का नाम आगे बढ़ाया है। उनके अनुशासित नेतृत्व, महात्वाकांक्षा और उत्कृष्टता का ही परिणाम है कि उनका नाम हारून बुक आफ रिकार्ड में शीर्ष स्तर पर दर्ज हुआ है। प्रदेश में सर्वाधिक आयकरदाता के रूप में भी आयकर विभाग उनका सम्मान करते आ रहा है। अपने अभिनंदन के प्रत्युत्तर में उन्होंने कहा कि शिक्षक संस्कारदाता हैं इसिलए उन्हें ध्यान रखना होगा कि विद्यार्थी भटकाव की विचारधारा में नहीं जाएं। शिक्षकों का अनुशासन श्रेष्ठ रहेगा तो समाज और राष्ट्र में भी सुधार होगा तथा श्रेष्ठ संस्कार सृजित होंगे।
आयोजन में प्रबंधन कालेज के प्रो. सुहास धांढे, फार्मेसी कालेज के अरुण गुप्ता, मनीष श्रीवास्तव, विधि कालेज की प्रिंसीपल निशा देवरिया ने भी उल्लेखनीय सहयोग दिया। आभार प्रो. सुहास धांढे ने माना। आईसीए का परिचय प्रो. पुरुषोत्तम राय ने दिया और संचालन किया प्रो. रमेश मंगल ने