15 दिन बाद किसान के खेत में लगे पिंजरे में कैद हुई शिकारी मादा तेंदुआ, चांदगढ के जंगल में छोडने रवाना हुई टीम

पानसेमल से राजेश नाहर की रिपोर्ट।
बड़वानी जिले के पानसेमल वन परिक्षेत्र में अंतर्गत बीते 15 दिनों से एक शिकारी तेंदुए का खौफ बना हुआ था। सोमवार सुबह खेतिया क्षेत्र में वन विभाग की टीम को सफलता मिली। इस दौरान विभाग की टीम द्वारा दिनेश ईसी के खेत में लगाए पिंजरे में तेंदुआ कैद हुआ है। तेंदुआ पकड़ में आने पर क्षेत्र के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। पकडाया तेंदुआ ढाई साल की मादा तेंदुआ है।
जिसे स्वास्थ्य परिक्षण के बाद वन विभाग की टीम नर्मदा नगर के चांदगढ के जंगल में छोडने के लिए रवाना हो गई है। बता दें कि बीते 15-20 दिनों से उक्त क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम उसे पकड़ने के लिए मशक्कत कर रही थी। वहीं ग्रामीणों में भय बना हुआ था।
उल्लेखनीय है कि पानसेमल वन परिक्षेत्र में मुख्य रुप से गर्मी के सीजन के दौरान तेंदुआ व अन्य खूंखार वन्य प्राणियों की मौजूदगी पूर्व में भी देखी गई थी। पूर्व में भी परिक्षेत्र में तेंदुआ पकड़ में आया था।
तेंदुआ पकड़ में आने के बाद पानसेमल पशु चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर दोहरे ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। बता दे खेतिया शहर से लगी आबादी में लगातार तेंदुए देखे जा रहे हैं। गन्ने के खेत में एक और तेंदुए की होने की आशंका के चलते अभी भी आसपास के खेत वाले भयभीत है। वन विभाग पानसेमल में पदस्थ डिप्टी रेंजर राजकमल आर्य ने बताया पकडाया तेंदुआ ढाई साल का होकर मादा तेंदुआ है। जिसे चांदगढ के जंगल में छोडा जाएगा।