
- ‘जोशीला’ सहित 6 साहित्यकार सम्मानित
जनपदीय बोलियों को भी मान मिले- पद्मश्री ‘जोशीला’
हिंदी की उन्नति से होगी राष्ट्र की उन्नति- सुश्री ठाकुर
इन्दौर। ‘जनपदीय बोलियों के साथ हिंदी मज़बूत होगी, संत सिंगाजी की बोली निमाड़ी को उपेक्षित कर दिया गया है, इसलिए जनपदीय बोलियों को भी मान मिले।’ यह बात पद्मश्री जगदीश ‘जोशीला’ ने सम्मान समारोह में कही।मातृभाषा उन्नयन संस्थान, सीईपीआरडी व इंदौर लेखिका संघ द्वारा प्रेस क्लब में साहित्यकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में निमाड़ गौरव, वर्ष 2025 में पद्मश्री जगदीश ‘जोशीला’ का अभिनंदन व प्रो. सरोज कुमार जी को जीवन गौरव सम्मान दिया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक उषा ठाकुर, डॉ. अनिल भंडारी, राजेश राठी का विशिष्ट आतिथ्य रहा।
अतिथि स्वागत एस. एन. गोयल, शिखा जैन, भरत डूंगरवाल आदि ने किया।आयोजन में स्वागत उद्बोधन मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने दिया व संचालन डॉ. अखिलेश राव ने किया।
आयोजन में डॉ. पद्मा सिंह, डॉ. सुनीता फ़ड़नीस व मुन्नी गर्ग को साहित्य रत्न सम्मान व सत्यनारायण मंगल, मणिमाला शर्मा व नितेश गुप्ता को हिन्दी रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही, लघु फ़िल्म हिंदी व गणगौर का प्रदर्शन किया गया।मुख्य अतिथि सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि ‘बाल्यकाल से ही हिंदी से जुड़ाव रहा है और हिंदी को जनभाषा के रूप में सभी को अपनाना चाहिए। हिंदी की उन्नति से राष्ट्र की उन्नति होगी।’
आयोजन में अरविंद तिवारी, संजय त्रिपाठी, कीर्ति मेहता, पारस बिरला, सत्यनारायण मङ्गल, डॉ. दिलीप वाघेला, आकाश पाठक, संध्या रॉय चौधरी, ओ.पी. जोशी, सुषमा व्यास ‘राजनिधि’, श्यामसिंह, मॉर्टिन पिंटो, सुरेखा सिसौदिया, ऋषिना नातू सहित सैंकड़ों साहित्यकार शामिल हुए।