बड़वानी। नशा भारत छोड़ो किशोरो ने लिया जागरूकता से समाधान का संकल्प

बड़वानी। रमन बोरखड़े। नशे की प्रवृत्ति तीव्र आवृत्ति के साथ विकृति में मनुष्य को ले जाती है जिसके परिणाम पूरे परिवार एवं समाज को भी प्रभावित करते हैं। नशे के प्रकार गांजा ,भांग शराब ,तंबाकू के साथ-साथ अब अनेक प्रकार के ऐसे पदार्थ भी नशे की सूची में शामिल हो गए हैं, जिसका आदि विशेष कर किशोर वर्ग तेजी से हो रहा है। जिसमें मुख्यतः आसानी से मिलने वाले पंचर बनाने का सॉल्यूशन, व्हाइटनर , थिनर ,पेट्रोल की सुगंध इत्यादि के साथ में ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर उपयोग किये जाने वाली नास भी नशे का एक संसाधन है। उक्त बातें सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग एवं आशा ग्राम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में चलाए जा रहे नशे के विरुद्ध जागरूकता से ही समाधान अभियान के दौरान शिवकुंज में सीरवी इंटरनेशनल हाई स्कूल बड़वानी के विद्यार्थियों से ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने कही। सीरवी इंटरनेशनल बड़वानी के विद्यार्थियों की सहभागिता से आयोजित नशा मुक्ति के विरुद्ध किशोर शक्ति को संकल्प दिलाकर स्वयं के साथ-साथ औरों को भी सदैव नशा मुक्त बनाए रखने के लिए शपथ दिलाई गई। इस दौरान सीरवी इंटरनेशनल के श्री राजेश मुकाती सहित अन्य स्टाफ उपस्थित थे।