श्री देवी अहिल्या के 228 वें पुण्यस्मरण पर कई प्रतियोगिताएं होंगी
प्रतियोगिताएं 11 अगस्त से 9 सितंबर तक एक माह चलेगी,13 सितंबर को होगा मुख्य कार्यक्रम

इंदौर। प्रातः स्मरणीय देवी अहिल्याबाई होल्कर अपनी धर्मपरायणता, न्यायप्रियता एवं कर्तव्य परायणता के लिए जानी जाती है। उनकी सांस्कृतिक धरोहरों व विचारों को जीवित रखने के लिए देवी अहिल्या उत्सव समिति पिछले कई वर्षों से शालेय एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए कई सृजनात्मक व रचनात्मक आयोजन करती आ रही है। साथ ही युवा, महिला एवं बुजुर्ग वर्ग के लिए भी इस उत्सव में कई कार्यक्रमों का समावेश किया जाता है। देवी अहिल्या बाई के 228 वें पुण्यस्मरण अवसर पर इस वर्ष भी कई प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए अहिल्या उत्सव समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक डागा एवं प्रतियोगिता प्रमुख सुधीर देडगे, ज्योति तोमर एवं मालासिंह ठाकुर ने बताया कि उत्सव का प्रारंभ गत 30 जुलाई को वृक्षारोपण कार्यक्रम से हो चुका है। अहिल्या उत्सव समिति के अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन के निर्देशानुसार विभिन्न प्रतियोगिताएं रखी गई हैं। संस्था की सचिव सरयू वाघमारे ने बताया कि 11 अगस्त को प्रातः 11:00 बजे विद्यालयीन शिक्षकों के लिए वक्तृत्व स्पर्धा जैन दिवाकर महाविद्यालय पलासिया पर रखी गई है। जिसके मुख्य अतिथि प्रसिद्ध अर्थशास्त्री जयंतीलाल जी भंडारी होंगे। इसका विषय “ऑनलाइन शिक्षा एवं पारंपरिक शिक्षा में समन्वय” रहेगा। “चित्रकला एवं ग्रीटिंग कार्ड बनाओ प्रतियोगिता” आरके डागा माहेश्वरी ऐकेडमी छत्रीबाग पर 13 अगस्त को होगी जिसका विषय पर्यावरण रहेगा । देश भक्ति समूह गीत प्रतियोगिता 22 अगस्त को महाराजा यशवंतराव स्कूल उषा नगर एक्सटेंशन पर होगी। वहीं वाद विवाद प्रतियोगिता 24 अगस्त को इल्वा हायर सेकेंडरी स्कूल लोहा मंडी पर होगी। विषय होगा “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव विकास के लिए वरदान है”। “संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता” शनिवार 26 अगस्त को प्रातः10:30 बजे हंसदास मठ एरोड्रम रोड पर होगी। “वीरों की कहानी बच्चों की जुबानी” “कहानी कहो प्रतियोगिता” 27 अगस्त को महेश दृष्टिहीन संस्था विजय नगर एवं बरली ग्रामीण महिला संस्था पर होगी। लोकनृत्य समूह प्रतियोगिता 4 सितंबर को वैष्णव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजमोहल्ला पर होगी। ” खुली भजन प्रतियोगिता” का भी आयोजन 31 अगस्त एवं 1 सितंबर को होगा। वही अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता 8 एवं 9 सितंबर को होगी जिसमें संभाग के सभी महाविद्यालय भाग लेंगे। एकल प्रतियोगिताओं में निर्णायकों द्वारा प्रथम कुछ प्रतियोगियों का चयन अगले दौर के लिए होगा, वहीं समूह प्रतियोगिता में कुछ समूहों का चयन प्रतियोगिता के अगले दौर के लिए किया जाएगा। इस हेतु विनीता धर्म, कमलेश नाचन, निलेश केदारे, प्रतीक तागढ़, अनिल भांड ,अशोक भुसारी, योगेश लांभते, पंकज उपाध्याय, ज्योत्सना खराटे को प्रतियोगिता प्रमुख बनाया गया है वही सुधीर दांडेकर ,सर्वजीत गौड, सौरभ खंडेलवाल ,लोकेंद्र वर्मा, वृंदा गौड़, सरिता मंगवानी, हर्षवर्धन लिखिते, संजीव गवते ,ग्रीष्मा त्रिवेदी ,कंचन गिद्वानी, दीपिका नाचन ,दिनेश शिंतरे, तृप्ति महाजन, सुमेधा वायकर ,नवनीत हार्डिया ,अपर्णा भावे, प्रकाश खानवलकर ,पुरुषोत्तम गर्ग को प्रतियोगिताओं का संयोजक बनाया गया है।
आयोजन के मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदडा एवं नितिन तापड़िया ने बताया किअहिल्या स्मृति मुख्य पुण्य स्मरण समारोह 13 सितंबर 2023 को होगा जिसके संयोजक शंकर लालवानी होंगे। आपने बताया कि देवी अहिल्या प्रतिमा पूजन प्रातः 8:00 बजे राजवाड़ा पर होगा। गोपाल मंदिर में प्रतिमा का आह्वान किया जाएगा एवं इंद्रेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक 9:30 बजे होगा। मुख्य समारोह दोपहर 3:00 बजे गांधी हाल पर होगा। परंपरागत पालकी यात्रा एवं शोभायात्रा साढे पांच बजे से गांधी हाल से शुरू होगी।