धर्म-ज्योतिष

भोले बाबा और गौरा माई के जयघोष से गूंजता रहा

ओम नमः शिवाय महामंत्र के 11 लाख अखंड जाप के शुभारंभ से हुआ पांच दिवसीय उत्सव का श्रीगणेश

भोले बाबा और गौरा माई के जयघोष से गूंजता रहा

मनकामेश्वर कांटाफोड़ मंदिर-आज लगेगी मेहंदी

ओम नमः शिवाय महामंत्र के 11 लाख अखंड जाप के शुभारंभ से हुआ पांच दिवसीय उत्सव का श्रीगणेश

 इंदौर, । नवलखा स्थित मनकामेश्वर कांटाफोड़ शिव मंदिर पर पांच दिवसीय शिव विवाह एवं शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ दूल्हे बने भोले बाबा और दुल्हन बनी गौरा माई को सैकड़ों भक्तों द्वारा हल्दी लगाने के साथ हुआ। मंदिर पर आज से समाजसेवी एवं मंदिर ट्रस्ट के प्रथम अध्यक्ष ब्रह्मलीन रामरतन अग्रवाल की पुण्य स्मृति में ओम नमः शिवाय महामंत्री के 11 लाख अखंड जाप का भी शुभारंभ हुआ। इस दौरान मंदिर परिसर महामंत्र एवं शिव –पार्वती के जयघोष से गुंजायमान बना रहा। सैकड़ों भक्तों ने सुबह 10 बजे से कतारबद्ध होकर अपने आराध्य को हल्दी लगाकर श्रृंगारित किया।

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विष्णु बिंदल, सुभाष बजरंग, टीकमचंद गर्ग एवं बी.के. गोयल ने बताया कि मंदिर पर सुबह से ही भगवान को दूल्हे के रूप में हल्दी लगाने के लिए भक्तों का आगमन शुरू हो गया था। मंदिर के भक्त मंडल की ओर से एक विशाल पात्र में पहले से ही हल्दी घोलकर रख ली गई थी। अनेक श्रद्धालु अपने-अपने घरों से ही सुगंधित हल्दी लेकर आए और कतारबद्ध होकर भगवान के साथ उनके त्रिशूल, डमरू और जलाधारी को भी हल्दी लगाने की स्पर्धा में शामिल होते गए। इस बीच मंदिर ट्रस्ट के प्रथम अध्यक्ष स्व. रामरतन अग्रवाल की पुण्य स्मृति में 16 विद्वानों द्वारा ओम नमः शिवाय महामंत्र का आखंड जाप भी प्रारंभ हो गया। इस जाप्यानुष्ठान में 6-6 के लिए 4-4 विद्वान शामिल होंगें। यह क्रम 26 फरवरी तक चलेगा।

मंदिर पर भगवान को सोमवार, 24 फरवरी को सुबह 10 बजे मेहंदी लगाई जाएगी। भक्तों के लिए मेहंदी की व्यवस्था मंदिर पर ही उपलब्ध रहेगी। मंगलवार, 25 फरवरी को उबटन-लेपन की रस्म सुबह 10 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर दोपहर 1 बजे से भगवान को केसर जल से स्नान कराया जाएगा और सांय 6 बजे से पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों द्वारा निर्मित की जा रही शिव-पार्वती लीला की मनोहारी झांकी के दर्शन हो सकेंगे। गुरुवार, 27 फरवरी को महाकाल की तर्ज पर सुबह 5 बजे भस्मारती होगी। इसके पूर्व रात्रि 1. 30 बजे से बाबा भोलेनाथ का रूद्राभिषेक भी होगा।

बंगाली कलाकार यहां भगवान शिव-पार्वती की लीला पर आधारित भव्य झांकी का निर्माण कर रहे हैं, जिसमें दस क्विंटल घांस, पांच क्विंटल फूल-पत्तियां एवं थमोर्कोल शीट, कांच, कपड़े एवं अन्य वस्तुओं का उपयोग किया जा रहा है। इस झांकी का निर्माण गत 15 फरवरी से बंगाल से आए 12 कलाकार दिन-रात मेहनत के साथ कर रहे हैं। झांकी के दर्शन 26 फरवरी को सांय 6.30 बजे से प्रारंभ होंगे। इसके पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय, विधायक गोलू शुक्ला, विधायक श्रीमती मालिनी गौड़ सहित अनेक विशिष्टजन आरती में भी शामिल होंगे।

 

 

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