शिकारी फंदे में फंसा तेंदुआ, इंदौर की टीम ने छुड़वाकर जंगल में छोड़ा, शिकारी दे रहे घटनाओं को अंजाम।
प्रदेश व इंदौर सभाग में शिकारियों का बढ़ा दबदबा आये दिन ह्यो रही घटना धार के बाद खरगोन, खंडवा में हुआ ऐसा।

आशीष यादव धार
तेंदुओं के शिकार की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। धामनोद-बाग रेंज के बाद अब खरगोन वनमंडल की कसरावद रेंज में तेंदुए के शिकार की एक और घटना सामने आई है। शिकारियों ने जंगल में तीन स्थानों पर वन्यप्राणियों की पकड़ने के लिए फंदे लगाए थे। एक में मंगलवार रात एक तेंदुआ फंस गया। इसकी जानकारी मिलते ही बुधवार सुबह इंदौर की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने तेंदुए को सुरक्षित पकड़ा। उसे ट्रैकुलाइज कर बेहोश करने के बाद पशु चिकित्सकों ने उसका इलाज किया। तेंदुए को केवल मामूली चोटें आई थीं। इसलिए चिकित्सकों ने उसे फिर से जंगल में छोड़ने की अनुमति दी। इस पर रेस्क्यू टीम ने बुधवार को तेंदुए को इंदौर से तेंदुए को बेहोश करने के बाद किया इलाज। सो चन विभाग लगे जंगलों में छोड़ दिया।
घटना खरगोन रेंज के अंतर्गत आने वाले मथलाई गांव के खेत की है, जहां एक मादा तेंदुआ घायल अवस्था में दिखाई दी। वह काफी देर तक एक ही स्थान पर बैठी रही। यह देखकर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया। कसरावद रेंज का स्टाफ मौके पर पहुंचा, लेकिन अंधेरा अधिक होने से तत्काल रेस्क्यू आपरेशन शुरू नहीं किया गया वनकर्मियों ने तेंदुए की निगरानी की और ग्रामीणों को उससे दूर रखा।
धार में दो घटना ह्यो गई
वही धार वन मंडल में भी इस तरह की दो घटनाओं को शिकारीयो ने अंजाम दिया था वही मांडू में मृत तेंदूए के अंग निकालने के बाद डीएफओ ने टीम घटित कर एक सप्ताह के अंदर अंग निकालने वाले आरोपियों को पकड़ लिया है वही दोनों को जेल भी पहुचा दिया है वही साथ ही बाग रेंज में इस तरह की घटना को अंजाम दिया जिसमें तेंदुए के अंग काटने की बात सामने आई उसमें भी टीम आरोपियों के करीब है जल्दी है आरोपी को विभाग पकड़ लेगा वही शिकारियों की घटना के बाद खुद डीएफओ सौलंकी ने मैदानी स्तर पर मोर्चा सभाल लिया है व कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए है कि किसी प्रकार की घटना नही हो इसके लिए रात्रि गस्त सतत करने के आदेश दिए है।