बालिकाओं को दी कानून की जानकारी, 24 घंटे बिजली सप्लाई के लिए नया ट्रांसफॉर्मर लगाया

सेंधवा।
जिले के सेंधवा अनुविभाग के ग्राम चारदड गांव स्थित कस्तूरबा कन्या आश्रम में सोमवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में जबलपुर उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीपति वेदप्रकाश शर्मा उपस्थित रहे। इसमें बच्चों को विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्य प्रणाली, निःशुल्क विधिक सहायता, लिंग भेद, समाज में महिलाओं की भूमिका और महत्व, पीड़ित प्रतिकर योजना, शिक्षा और शिक्षा के अधिकार व उसके महत्व आदि की जानकारी दी। कस्तूरबा कन्या आश्रम में पहले लगे विधिक साक्षरता शिविर में बिजली-पानी की समस्या को लेकर बालिकाओं अवगत कराया था, इसके बाद यहां पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन में आश्रम को गोद लेने की पहल की गई इसके बाद सबसे पहले यहां पर ट्यूबवेल का खनन करवरकर मोटर पंप लगाई गई। मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सहयोग से आश्रम के लिए एक अलग से ट्रांसफार्मर लगवाया गया। पूर्व न्यायाध्यापति ने फीता काटकर इसका शुभारंभ किया। मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री जेआर कनखरे ने बताया कि पूर्व में आश्रम का कनेक्शन कृषि फीडर के ट्रांसफार्मर से जुड़ा हुआ था। ट्रांसफॉर्मर लगाने से आश्रम में 24 घंटे बिजली मिलेगी। इस दौरान कार्यपालन यंत्री सेंधवा नितिन चौहान भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष आनंद कुमार तिवारी ने की। अतिथि के रूप में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम तिवारी मंच पर उपस्थित थे। जिला प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन में जिले की समस्त न्यायालय के न्यायाधीश और अभिभाषक संघ की ओर से कस्तूरबा कन्या आश्रम को गोद लेकर आश्रम में रहकर पढ़ने वाली बालिकाओं के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी विस्तृत रूप से दी। पूर्व न्यायाधिपति वेदप्रकाश शर्मा ने कहा कि हमने जीवन में जो हासिल किया है, उसे देना भी जरूरी है। इस दौरान जिला प्रधान न्यायाधीश ने पूर्व न्यायाधिपति को तीर-कमान भेंट किया। कार्यक्रम के अंत में आश्रम में पौधा रोपण भी किया गया।
तिवारी ने दी आश्रम की जानकारी आश्रम संचालिका पुष्पा सिंह में भी संबोधित किया। कार्यक्रम का आभार सीजेएम सीता कनोजे ने किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अधिवक्ता नरेंद्र तिवारी ने कस्तूरबा कन्या आश्रम के इतिहास और आश्रम की संस्थापिका पद्मश्री कांता बहन त्यागी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।