बड़वाह। नर्मदा घाट पर सत्तू अमावस्या पर उमड़ी लोगों की भीड़…श्रद्धालुओं ने स्नान कर किया सत्तू का दान….

कपिल वर्मा बड़वाह। नावघाट खेड़ी स्थित नर्मदा घाट पर रविवार को वैशाख की सत्तू अमावस्या पर आस पास के क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालुओं ने नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाकर पूजन अर्चन किया।
पश्चात सत्तू सहित का दान किया। आचार्य पंडित गिरजा शंकर अत्रे ने बताया कि वैशाख की सत्तू अमावस्या पर मां नर्मदा सहित पवित्र नदियों, सरोवर व कुंडों में स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है। यह दिन पितृ तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध और दान-पुण्य के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है, जिससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है
और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन सत्तू का दान और सेवन विशेष महत्व रखता है। सुतवाई अमावस्या पर सत्तू का दान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। व आर्थिक तंगी दूर होती है और स्वास्थ्य लाभ भी होता है।और व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं।
इसलिए सत्तू अमावस्या पर सत्तू दान की परंपरा धार्मिक, ज्योतिषीय और स्वास्थ्य संबंधी दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।