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माँ और शिशु की बेहतर देखभाल के लिए वी वन हॉस्पिटल की पहल, लेवल 3 एनआईसीयू यूनिट जल्द होगी लॉन्च

नवजात जीवन को नई शुरुआत देने की दिशा में वी वन हॉस्पिटल का आगामी कदम – मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट पर सीएमई का आयोजन

नवजात जीवन को नई शुरुआत देने की दिशा में वी वन हॉस्पिटल का आगामी कदम – मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट पर सीएमई का आयोजन

माँ और शिशु की बेहतर देखभाल के लिए वी वन हॉस्पिटल की पहल, लेवल 3 एनआईसीयू यूनिट जल्द होगी लॉन्च

*इंदौर,* स्वस्थ माँ स्वस्थ शिशु की और स्वस्थ शिशु स्वस्थ समाज की नींव है, लेकिन कभी – कभी जीवन की सबसे नाज़ुक शुरुआत को सबसे मज़बूत सहारे की ज़रूरत होती है। जब एक नन्हीं साँस अपने पहले कदम दुनिया में रख रही होती है, तब सिर्फ दवाइयाँ नहीं, एक अनुभवी टीम और एक भरोसेमंद माहौल की उसे सख्त जरूरत होती है। इसी को ध्यान रखते हुए इंदौर के वी वन हॉस्पिटल में एक विशेष सीएमई (कॉन्टिन्यूस मेडिकल एजुकेशन) सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के जाने-माने बाल रोग विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल हुए। इस आयोजन का उद्देश्य माँ और नवजात शिशु की देखभाल में आधुनिक तकनीकों, संवेदनशील दृष्टिकोण और मेडिकल इनोवेशन पर चर्चा करना था।

इस सीएमई में वी वन हॉस्पिटल की ओर से यह जानकारी साझा की गई कि हॉस्पिटल बहुत जल्द ‘मदर एंड चाइल्ड केयर’ विभाग की शुरुआत करने जा रहा है, जिसमें लेवल 3 एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) की उन्नत सुविधाएँ शामिल होंगी। इस नई यूनिट का उद्देश्य जटिलताओं से ग्रस्त नवजात शिशुओं और हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी वाली माताओं को एक समर्पित और अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है।

डॉ. जफर खान, नवजात रोग विशेषज्ञ ने कहा,* “हर नवजात की ज़िंदगी अनमोल है। वी वन हॉस्पिटल की यह आगामी यूनिट आधुनिक तकनीक और संवेदनशील देखभाल का अद्भुत मेल होगी। यह इंदौर ही नहीं, पूरे मालवा क्षेत्र के लिए नवजात देखभाल के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करेगी।”

इस अवसर पर वी वन हॉस्पिटल के प्रशासन ने बताया कि,* “हमारा लक्ष्य सिर्फ इलाज देना नहीं, बल्कि एक ऐसा सुरक्षित माहौल देना है जहाँ नवजात शिशु संपूर्ण विकास की ओर अग्रसर हो सके। हमारा विशेष फोकस पैनलेस डिलीवरी पर हो ताकि एक महिला के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल एक सुखद पल बन सके। लेवल 3 एनआईसीयू यूनिट में अत्याधुनिक तकनीक जैसे हाई फ़्रीक्वेंसी वेंटिलेशन, बबल सीपीएपी, सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम और इनवेसिव/नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन सपोर्ट शामिल किए जाएंगे। यह यूनिट पैरेंट-इंटीग्रेटेड केयर मॉडल पर आधारित होगी, जिसमें माता-पिता नवजात के इलाज में सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे, जिससे बच्चे को एक भावनात्मक रूप से समर्थ वातावरण मिलेगा। इसके अतिरिक्त, अस्पताल में एक विशेष ऑब्स्टेट्रिक्स आईसीयू की भी स्थापना की जाएगी, जहाँ हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी से जुड़ी जटिलताओं का इलाज विशेषज्ञ टीम द्वारा किया जाएगा।”

सीएमई सत्र के दौरान चिकित्सकों और विशेषज्ञों ने माँ और शिशु की देखभाल के प्रति नई दृष्टि और जिम्मेदारी के साथ चर्चा की और इस दिशा में वी वन हॉस्पिटल के आगामी कदम की सराहना की।

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