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श्रीरामनवमी पर भीकनगांव में निकलेगी भव्य शोभायात्रा, अघोरी अखाड़ा और नाजिया इलाही रहेंगी विशेष आकर्षण

सत्याग्रह लाइव,भीकनगांव:- भीकनगांव में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रामनवमी के पावन अवसर पर जय सियाराम ग्रुप द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। हर साल की तरह इस बार भी नगरवासी बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ शोभायात्रा में भाग लेंगे। इस धार्मिक आयोजन में कई विशेष झांकियां नगरवासियों को आकर्षित करेंगी, जो विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक प्रसंगों को दर्शाएंगी।
इस बार शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण दिल्ली का प्रसिद्ध अघोरी अखाड़ा होगा, जो अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को रोमांचित करेगा। इसके अलावा, सनातन धर्म की गाथा सुनाने के लिए कोलकाता की प्रसिद्ध राष्ट्रीय वक्ता नाजिया इलाही खान भी भीकनगांव आ रही हैं। साथ ही उज्जैन से कड़ाबीन की जबरजस्त आतिशबाजी की जाएगी |

विभिन्न झांकियां बढ़ाएंगी शोभायात्रा की भव्यता

इस शोभायात्रा में केवल भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंगों पर आधारित झांकियां ही नहीं होंगी, बल्कि कई अन्य विशेष झांकियां भी शामिल की जाएंगी, जो समाज, संस्कृति और धार्मिक विविधता को दर्शाएंगी। विभिन्न संगठनों द्वारा प्रस्तुत ये झांकियां दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण रहेंगी। इनमें देशभक्ति, सामाजिक सद्भाव, भारतीय संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और नारी शक्ति जैसे विषयों पर आधारित झांकियां भी शामिल होंगी, जो जनमानस को प्रेरित करेंगी।

बड़े चौराहे पर होगा भव्य स्वागत
शोभायात्रा के स्वागत के लिए नगर के बड़े चौराहे पर 30 फीट ऊंची क्रेन से प्रभु श्रीराम का भव्य स्वागत किया जाएगा। इस अनोखे आयोजन को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। नगरवासी इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं, और विभिन्न समितियां शोभायात्रा को सुव्यवस्थित रूप देने के लिए कार्य कर रही हैं। शोभायात्रा के दौरान नगर के प्रमुख मार्गों को आकर्षक रोशनी से सजाया जाएगा, और भक्तगण फूलों की वर्षा करके प्रभु श्रीराम का स्वागत करेंगे। संगीतमय भजनों और ढोल-नगाड़ों की ध्वनि से पूरा नगर भक्तिमय माहौल में डूब जाएगा।

नगर के धर्मप्रेमी नागरिकों और श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे शोभायात्रा में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर इसे सफल बनाएं। आयोजकों का कहना है कि यह शोभायात्रा सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में एकता, सद्भाव और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार का भी प्रतीक होगी।

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