जिले में 12 समितियों के साथ तीन पेक्सा एक्ट समितियों करेगी तेंदूपत्ता सग्रहण का काम चार हजार एक सौ मानक बोरो का लक्ष्य,
जिले में 6 गोदामो पर रखने की व्यवस्था पांच हजार परिवारों को तेंदूपत्ता संग्रहण से रोजगार। धार

आशीष यादव धार
तेंदूपत्ता के लिए इस बार अब तक मौसम अनुकूल रहा है। जंगल में अभी पत्ता छोटा और नरम है, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ तेंदूपत्ता की ग्रोथ और क्वालिटी दोनों बेहतर हो रही है। जिले में मई के दूसरे सप्ताह से शुरु होने वाले तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य के लिए यह समय बेहद खास है क्योंकि इन 15 दिनों में तेंदूपत्ता की ग्रोथ से संग्राहकों को लाभ का रास्ता साफ होगा। धार जिले में इसबार 41 सो मानक तेंदूपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य रखा है। वही इसकी अवधि 45 दिन की रहती है। वही सरकार इसबार तेंदूपत्ता के दर भी 4000 हजार मानक बोरा रखी गई है। वही इसके ग्रमीण क्षेत्रो में गरीब परिवारों के महिलाओं के साथ पुरुष व बच्चो को रोजगार मिल रहा है। गत वर्ष मौसम की गड़बड़ी के बावजूद सभी समितियों ने अंतिम समय में लक्ष्य पूर्ति भी की थी और संग्राहक को लाभ भी हुआ था। इस बार तेंदूपत्ता संग्रहण में लक्ष्य वृद्धि की है।
एक गड्डी में 50 पत्ते होते है:
एक बोरे में एक हजार मानक की होती है। वही इसमें 25- 25 की गड्डी बनाने का काम करते है जिसमे एक मानक ने एक हजार मानक होती है। इसके लिए वन विभाग समितियों के माध्यम से तेंदूपत्ता का काम करवाता है। वही यह काम करने के लिए बकायदा सदस्यों के कार्ड बनते है इसमें एक परिवार का एक कार्ड बनाया जाता है। जिसमे वह सग्रहण का काम परिवार के सभी सदस्य करते है वही तेंदूपत्ता का कार्य करने वाले मजदूरों को यह रोजगार भी उलब्ध हो रहा है। इसबार पैसा एक्ट समितियों के माध्यम से वह खुद खरीदी करेगी
5 हजार परिवारों को मिल रहा रोजगार:
तेंदूपत्ता संग्रहण के माध्यम से आदिवासी अंचल की करीब 5 हजार परिवारों को रोजगार मिल रहा है। जिसे वह अपने परिवारों का पालन पोषण करने का काम कर रही है।इसमें महिलाओं को रोजगार का एक वैकल्पिक अवसर मिल रहा है। वही तेंदुपत्ता सग्रहण के लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई है वहीं डीएफओ सौलंकी कमर्चारी बैठकों के माध्यम से समितियां को जानकारी दे रहे है। वही इस काम के लिए गर्मियों के मौसम में परिवार सुबह 5 बजे से बनाई के लिए निकल जाते वही दिन में गर्मी के कारण ज्यादा कार्य नही कर पाते है। भीषण गर्मी में रोजगार का अभाव रहता है। साथ ही इस भीषण गर्मी में काम करना भी चुनौतीपूर्ण बन जाती है।
डेढ़ करोड़ का सग्रहण कार्य:
जिले में 5 हजार परिवार के लोग तेंदूपत्ता संग्रहण में कार्य करते है । वही अगले महीने से वे इस कार्य में जुटी जायेगे है
वही। महिलाओं के साथ पुरुषों के काम में भी मदद करती हैं जिले में वन विभाग के माध्यम से कार्यरत लघु वनोपज सहकारी यूनियन के माध्यम से इस कार्य को किया जाता है। जिले में 12 समितियां के साथ तीन पैसा एक्ट की ग्राम पंचायत समिति इस बार तेंदूपत्ता का संग्रहण करेगी। वही पिछली बार तेंदूपत्ता संग्रहण की 115 फड़ों को संचालित किया गया था जो इस साल भी लगभग यही रहेगी। वर्ष 23- 24 में 3700 रुपये प्रति मानक प्रति मानक बोरा दर तय की गई थी। जो लक्ष्य से 21.2℅ ज्यादा थी। इस तरह से महिलाओं को अतिरिक्त राशि मिली है। वही 25-26 के लिए इन सभी समितियों द्वारा 44 सौ मानक का लक्ष्य रखा गया है और 4000 हजार रु मानक दर तय की गई है।
बोनस के पैसो से आर्थिक सबल:
वहीं तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाली समितियां को शासन द्वारा बोनस रूप में उपहार भी दिया गया है। जिनको इस बोनस में आर्थिक सबल देती हैं। वही 22-23 में बोनस के रूप में आये पैसो से समितियों को उनकी आवश्यकता अनुसार साड़ी, जूते, चपल, छाता, अन्य आवश्यक वस्तु उपलब्ध करवाई गई जो रोज मरा के कामों में काम आती है। तेंदूपत्ता गरीब वर्ग के लिए एक बड़ा साधन बना है। साथ ही तेंदूपत्ता संग्रहण में महिलाओं की भी 50% भागीदारी होने लगी है। इस ओर सरकार भी विशेष रूप से ध्यान दे ही है।
फैक्ट फाइल:
जिले में 12 समितियो द्वारा तेंदूपत्ता का काम किया जाता है। साथ ही जिले में 6 गोदामो में तेंदूपत्ता रखने का कार्य किया जाता है जिसमे धार में 3 धामनोद 1 ओर सरदारपुर 2 गोदाम है। साथ ही गोदामो में 10 हजार 700 मानक बोरा माल संग्रहण होता है। वही जिले में 5 हजार परिवारों को तेंदूपत्ता से रोजगार मिलता।
मई के दूसरे सप्ताह में शुरु होगा संग्रहण:
अभी मौसम तेंदूपत्ता की ग्रोथ और क्वालिटी के लिए अच्छा है यदि मौसम अनुकूल रहा तो इस बार तेंदूपत्ता बहुत अच्छा आएगा। जिसका लाभ संग्राहकों को मिलेगा। आम तौर पर मई के दूसरे सप्ताह में तेंदूपता संग्रहण कार्य प्रारंभ होता है अभी पत्ता ग्रोथ कर रहा है। धार समितियो को 4100 मानक बोरा का लक्ष्य मिला है। तेंदूपत्ता संग्रहण रोजगार मिलेगा।
अशोक कुमार सोलंकी डीएफओ धार