
इन्दौर l एम वाय मे आई अस्सी लाख की दो नई कलर डॉपलर मशीन l
महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के नवागत अधिष्ठाता डॉ अरविंद घनघोरिया ने ज्वाइन करने के बाद से ही मेडिकल कॉलेज एवं संबद्ध अस्पतालों और एम वाय अस्पताल में गरीब रोगियों के हित में फैसले लेते हुऐ नई ऐवम अत्यंत उपयोगी एडवास मशीनो की आमद शुरू कर दि है इसी कढी मे आज एम वाय अस्पताल मे अस्सी लाख की इकोकार्डियोग्राम के लिये दो रंगीन डॉपलर मशीन का इनटालेस्न किया गया जिसमे एक मशीन खरीदी और यह मशीन अग्रवाल परिवार से दान मे मिली है, ये मशीने एम वाय के कार्डियो विभाग मे लगाई गई है ज्ञात रहे कि अभी कुछ समय पहले ही एम वाय अस्पताल मे नवयुक्त डीन डॉक्टर अरविंद घंघोरिया केअथक प्रयासो से क्यूसा मशीन न्यूरो सर्जरी विभाग, बोन फ्रिजर हड्डी विभाग, सी आर्म मशीन हड्डी ऐवम न्यूरो ओ.टी विभाग मे लगाई गई थी l रंगीन डॉपलर मशीन से निश्चित ही उन गरीब मरीजों को लाभ मिलेगा जिनको हृदय संबद्धीत बिमारी है और जो बाहर महगा इलाज नहीं करा सकते है।
इकोकार्डियोग्राफी में उपयोग की जाने वाली रंगीन डॉपलर मशीन, एक विशेष अल्ट्रासाउंड उपकरण है जो हृदय की छवियां बनाने और रक्त प्रवाह की कल्पना करने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है, रंग-कोडित दृश्यों के माध्यम से इसकी दिशा और गति देखी जाती है।
यह मशीन तीन प्रकार से काम करती है ,अल्ट्रासाउंड, डॉपलर प्रभाव, रंग कोडिंग जिससे यह हृदय संरचना , हृदय के कक्षों, वाल्वों और दीवारों को प्रदर्शत करती है ऐवम रक्त प्रवाह, हृदय और रक्त वाहिकाओं के माध्यम से रक्त के प्रवाह का आकलन करने, किसी भी असामान्यता या रुकावट की पहचान करने में मदद मिलती है ऐवम इस मशीन से हृदय की स्थितियों जैसे वाल्व रोगों, जन्मजात हृदय दोष और हृदय की मांसपेशियों की शिथिलता सहित विभिन्न हृदय समस्याओं का पता किया जाता है।
डीन डा घनघोरिया ने कहा उनकी सर्वप्रथम प्राथमिकता मरीजों के हित में कार्य करना ,मरीजों की सुविधा एवं सफल उपचार जैसे दवाई उपलब्ध कराना ,चिकित्सकों की उपलब्ध ता, जटिल प्रक्रियाओं को सरल बनाना ,मरीजों के समय की बचत एवं जल्द उपचार करना है एवं एम वाय अस्पताल को प्रदेश का अव्वल एवं देश में सबसे बेहतर अस्पताल बनना है l इसके साथ ही नई तकनीक ऐवम मशीनो से एम वाय अस्पताल को अपग्रेड करना एवं अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की कमियों को दूर कर सरकार द्वारा जनहित एवं जन कल्याणकारी योजनाओं , सुविधाओं को और बेहतर एवं सुचारु रूप से जारी रखना ही उनका प्रथम लक्ष्य एवं कर्तव्य हैl