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दृश्य -अदृश्य में किए कर्मों के परिणाम अवश्य मिलते हैं- आदित्य सागर

20 से 24 मई तक आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव, घट यात्रा के साथ होगी शुरूआत

इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट: —-

इंदौर । संसार में उसी का जीवन सर्वश्रेष्ठ माना जाता हैं जो न्याय के मार्ग पर चलता है। दृश्य और अदृश्य रूप में किए कर्मों के परिणाम जीवन में कभी ना कभी अवश्य मिलते हैं। ये परिणाम हमारे पूर्व जन्म के कर्मों के फल ही होते हैं। सुखी रहने के लिए अगर संस्कार ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो हमारी संतान कैसे सुरक्षित रह सकती है। ये उदगार दिगंबर जैन संत आचार्य आदित्य सागर जी महाराज ने आज,जन शक्ति नगर, अम्बिकापुरी, इंदौर पर 20 मई से होने वाले पंच कल्याणक महोत्सव के एक दिन पूर्व आयोजित धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। आपने कहा कि न्याय के मार्ग पर चलने से विशुद्धि जारी रहती है और अगर न्याय के मार्ग पर नहीं चलते है तो विशुद्धि जाती रहती है। जीवन में विशुद्धि जारी रहे इसके लिए न्याय के मार्ग पर चलना जारी रखा जाना चाहिए। आपने अंतरजातीय विवाह को सामाजिक विकृति बताते कहा कि भारत बहुधर्म राष्ट्र है लेकिन विवाह अपनी जाति में ही करना श्रेष्ठ होता है। आपने अंतरजातीय विवाह के नुकसान बताते कहा की अपनी ही समाज में विवाह करना उचित होता है। सुखी रहने के लिए अगर संस्कार ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो हमारी संतान कैसे सुरक्षित रह सकती है। अगर आप ग्रहस्थ जीवन स्वीकार कर रहे है तो इसमें माता पिता कि सहमति होना जरुरी है। विवाह को इंद्रीय सुख के लिए नहीं बल्कि न्याय के मार्ग पर चलते हुए जिन शासन के विस्तार के लिए सजातीय विवाह को अपनाना ही श्रेष्ठ जीवन है। विजातीय विवाहों पर चिंता जताते हुए आपने कहा कि विवाह चेहरा देखकर नहीं चरित्र देखकर किए जाने चाहिए। इस अवसर पर आशीष जैन, दिवेश जैन, संदीप्त सावला, टोनी गंगवाल, रूपेश जैन, पंकज जैन, चित्रेश टोंग्या, पंकज परमहंस, निकेश जैन सहित समाज के गण्मान्य लोग उपस्थित थे। पंच कल्याणक समिति के विजेन्द्र सोगानी एवं प्रचार संयोजक डॉ. अभिषेक सेठी ने बताया कि पंच कल्याणाक प्रतिष्ठा महोत्सव में विशुद्धि जारी रहे इसके लिए आज दोपहर में मेहंदी विधि, बीज अंकुर रोपण विधि के साथ ही रात्रि में प्रतिष्ठाचार्य संजय जैन (सरस) एवं सहप्रतिष्ठाचार्य नितिन झांझरी के निर्देशन में नान्दी विधान (हल्दी रस्म ) संपन्न की गई।

20 से 24 मई तक आयोजित किया पंचकल्याणक महोत्सव- श्री दिगम्बर जैन अम्बिकापुरी-परमहंस नगर धार्मिक न्यास एवं श्री पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर अंजनी नगर एवं सकल दिगम्बर जैन समाज की मेजबानी में आयोजित 1008 श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक महोत्सव 20 से 24 मई तक एयरपोर्ट 60 फीट रोड़ स्थित जनशक्ति नगर में आयोजित किया जाएगा। जनशक्ति नगर में आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव मुनिश्री आदित्यसागर महाराज, मुनिश्री अप्रमित सागर महाराज एवं मुनिश्री सहजसागर महाराज का सान्निध्य संसंघ सहित प्राप्त होगा। पंचकल्याणक महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है। वहीं समितियों का गठन भी किया जा रहा है। कार्यक्रम प्रतिष्ठाचार्य श्री संजय सरल जी एवं सहप्रतिष्ठाचार्य श्री नितिन झांझरी जी के मार्गदर्शन में सम्पन्न होगा। नाटककार चक्रेश जैन एवं संगीतकार लोकेश जैन रहेंगे। अम्बिकापुरी एक्सटेंशन, परमहन्स नगर एवं आसपास के सभी रहवासियों में पंचकल्याणक महोत्सव को लेकर हर्ष व्याप्त है।

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