23 मार्च को भगवान आदिनाथ की जन्म जयंती पर धर्मोदय तीर्थ बोरगांव खुर्द में अभिषेक, शांतिधारा के साथ 48 दीप प्रज्जवलित होंगे,

खंडवा। मुश्ताक मंसूरी।<क्षेत्र कृष्ण पक्ष की नवमी के दिन आज से हजारों वर्ष पूर्व अयोध्या नगरी में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव आदिनाथ भगवान का जन्म हुआ था, नवमी 23 मार्च रविवार को भगवान आदिनाथ का जन्म जयंती उत्सव पूरे देश के साथ ही खंडवा के दिगंबर जैन मंदिरों के साथ प्रमुखता से प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी दयोदय एवं धर्मोदय तीर्थ अहिंसा स्थली बोरगांव खुर्द में धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जाएगा, समाज के एवं धर्मोदय तीर्थ के सचिव सुनील जैन ने बताया कि तीर्थ स्थली बोरगांव खुर्द में तीर्थ के अध्यक्ष प्रदीप कासलीवाल एवं समाज जनों के सहयोग से अति प्राचीन भगवान आदिनाथ की प्रतिमा विराजमान की गई थी, भगवान आदिनाथ कि यह प्रतिमा आबना नदी से प्राप्त हुई थी, सुनील जैन ने बताया कि नदी से प्राप्त यह भगवान आदिनाथ की प्रतिमा काफी प्राचीन है जिसे विधि विधान के साथ बोरगांव खुर्द के मंदिर में विराजमान किया गया, आदिनाथ भगवान की इस प्रतिमा को कुछ वर्ष पूर्व अमरकंटक ले जाकर आचार्य विद्यासागर जी महाराज से अभिमंत्रित भी करवाया गया था, 23 मार्च रविवार को भगवान आदिनाथ की जन्म जयंती के अवसर पर अहिंसा स्थली बोरगांव खुर्द में भगवान आदिनाथ की प्राचीन प्रतिमा का प्रातः 7:00 अभिषेक, शांति धारा, पूजन के पश्चात भक्तांबर विधान के द्वारा 48 दीपों के माध्यम से पर्यावरण मैत्री के लिए दिप प्रज्ज्वलित कर ,,मैत्री भाव जगत में मेरा सब जीवों से नित्य रहे,, इस भावना के साथ दीप प्रज्वलित होंगे, तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष प्रदीप कासलीवाल ने सभी सामाजिक बंधुओ से भगवान आदिनाथ के जन्म जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में धर्मोदय तीर्थ बोरगांव खुर्द पहुंच कर पुण्य लाभ प्राप्त करने का अनुरोध किया हें।