सेंधवा के 15 व्यापारियों पर 20 लाख का जुर्माना, उपज खरीदी-बिक्री में मिली अनियमितता, कलेक्टर ने कार्रवाई के दिए निर्देश

सेंधवा।
सेंधवा में मंडी टैक्स की चोरी की आशंका में प्रशासन द्वारा व्यापारियों के प्रतिष्ठानों की जांच के बाद अब शहर के 15 व्यापारियों पर 20 लाख से अधिक की जुर्माने की कार्रवाई की गई है। एसडीएम अभिषेक सराफ द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन के बाद कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने यह कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार, मंडी अधिनियम के कृषि उपज की खरीदी-बिक्री में अनियमितता को लेकर राजस्व विभाग, खाद्य विभाग और कृषि उपज मंडी के अधिकारियों के संयुक्त दल ने व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर जांच की। जांच में व्यापारियों की कई तरह की अनियमितता सामने आई हैं। जांच प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को प्रेषित किया। जिसके बाद करीब 15 व्यापारियों पर 20 लाख 48 हजार 878 रुपए की जुर्माने की कार्रवाई की गई। अभी जांच जारी है। जुर्माने की कार्रवाई में
मंगलम इंटरप्राइजेज पर 50 हजार 664 रूपये, गुप्तेश्वर जिनिंग पर 1 लाख, एपीडी एंड कंपनी 88 हजार, अनूप ट्रेडर्स पर 4 लाख 13 हजार, पवन उद्योग पर 2 लाख 21 हजार, मनोज कुमार बाबूलाल पर 95 हजार, अर्पित इंटरप्राइजेज 28 हजार, शिव इंडस्ट्रीज पर 3 हजार 400, गौरी शंकर जिनिंग पर 51 हजार, रामेश्वर बद्रीलाल पर 33 हजार, राजराजेश्वर कॉटन पर 4 लाख 63 हजार, प्रदीप कॉटन पर 3 लाख 90 हजार, जीएम इंटरप्राइजेज 37 हजार, जीएम कॉटन फाइनेंस 32 हजार, ओम ट्रेडर्स 28 हजार रुपए का जुर्माना किया गया है। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा के अनुसार, एसडीएम ने भेजे जांच प्रतिवेदन के अनुसार सेंधवा के व्यापारियों ने मंडी अधिनियम के तहत कृषि उपज की खरीदी-बिक्री नहीं की। मंडी में नीलामी नहीं होकर व्यापारी मंडी से बाहर अपने गोदामों और जिनिंग फैक्ट्री पर खरीदी कर रहे थे। माइस्चर मीटर से चेक कर उपज की खरीदी करने का कोई प्रावधान नहीं है। इसके बाद भी व्यापारियों ने माइस्चर मीटर लगाकर किसानों को उपज का कम भाव दिया। मंडी टैक्स की चोरी की भी आशंका जताई। इसमें मंडी कर्मचारियों ने कृषि उपज की खरीदी-बिक्री मंडी में किए जाने का कोई प्रयास नहीं किया। इसमें मंडी कर्मचारियों की संलिप्तता पाई जा रही है। एसडीएम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।