सेंधवा। आदिवासी समाज में व्याप्त कुरितियों एवं बुराइयों को खत्म करने 2 जून को होगी महापंचायत

सेंधवा। आदिवासी समाज की द्वितीय बैठक रविवार को संपन्न हुईं। जिसमें समाज में व्याप्त कुरितियों एवं बुराइयों जैसे देजा, दारू, डीजे पर नियंत्रण और अन्य समस्याओं को लेकर 2 जून 2025 को आयोजित होनेे वाली आदिवासी बारेला समाज की महापंचायत के आयोजन को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में महापंचायत के आयोजन के प्रचार प्रसार, मंच संचालन और आयोजन समिति का गठन किया गया। जिसमें खरगोन और बड़वानी जिले के हजारों की संख्या में गांव प्रमुख पटेल, वारती,पुजारा, कोतवाल एवं जनप्रतिनिधि समाज के बुद्धिजीवी वर्ग शामिल होंगे कई बिंदुओं के ऊपर चर्चा होगी और निर्णय लिया जाएगा। जैसे सगाई, देजा, छांडलिया, गाला, सौतन, लाग, वलावणी, भगाकर शादी करना, विधवा विवाह, पटेल की समितियां, मेहनताना, मृत्यृ होने पर, समाज में देजा आए दिन बढ़ता जा रहा है। जिससे लड़का पक्ष को जमीन गिरवी व बेचकर देजा देना पड़ रहा है। महाराष्ट्र और गुजरात की ओर पलायन होना पड़ रहा है। देजा नहीं देने पर लड़की के पक्ष द्वारा थाने में जाकर लड़के के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाकर लड़के को जेल में डाला जाता है। समाज में कुछ लोग मृत्यु के दिन भी सामले पर मुर्गा बकरा मारा जाता है। इस इस पर भी चर्चा हुई। बारवां के दिन मेहमानी पहनतारा के नाम पर हजारों रुपए की दारू बकरा मारकर खाये जाते हैं। इस प्रकार फिजूल खर्च एवं कुरितियों को रोकने पर चर्चा हुई। आदिवासी समाज की शादी में आदिवासियों के वाद्य यंत्र पर नाचने गाने के की चर्चा करते हुए महंगे डीजे को बंद करने की चर्चा हुई। इन तमाम विषय को पर सर्व सहमति से नियम को लागू करने निर्णय महापंचायत में लिया जाएगा।
बैठक में वरिष्ठ अमरसिंह अवाया, श्री गजानन्द ब्राह्मणे, गेंदराम डावर, दूरसिंह पटेल, तुलसीराम कनोज,राजेश कनोज, धर्वमीर ब्राह्मणे, दिनेश भाई, मेमराम बर्ड, विजय सोलंकी,जगदीश किराडे, सुनील आर्य, अम्बाराम पंवार जीतू भादले, कांतिलाल ब्राह्मणे आदि उपस्थित रहें।