“दिग्विजय सिंह जाए भाड़ में” – ग्वालियर में भड़के पूर्व मुख्यमंत्री, पार्टी में विचारधारा की लड़ाई पर दिया बड़ा बयान

ग्वालियर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर दौरे के दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं से चर्चा में कई तीखे बयान दिए, जिससे कांग्रेस के अंदर बहस का नया दौर शुरू हो गया है। उन्होंने न केवल पार्टी के भीतर “कान फूंकने वालों” की ओर इशारा किया, बल्कि विचारधारा की लड़ाई को अपने राजनीतिक जीवन का मूल मंत्र भी बताया।
कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने जब एक कार्यकर्ता को किसी लड़के को उनसे जोड़ने की बात करते सुना तो तपाक से बोले, “कांग्रेस से जोड़ो, दिग्विजय सिंह जाए भाड़ में।” उनका स्पष्ट कहना था कि उनका जुड़ाव किसी व्यक्ति से नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा से है। उन्होंने दोहराया कि “हम विचारधारा की आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ते रहेंगे, चाहे कोई भी हमारे खिलाफ क्यों न हो।”
पार्टी में बदलाव की उठाई मांग
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में कांग्रेस संगठनात्मक ढांचे को लेकर भी स्पष्ट राय रखी। उन्होंने कहा कि पार्टी को खड़गे और राहुल गांधी द्वारा तय किए गए मापदंडों के आधार पर जिला अध्यक्षों की नियुक्ति करनी चाहिए। जो जिला अध्यक्ष पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उन्हें बदला जाना चाहिए।
‘नए आए नेताओं को नहीं, पुरानों को मौका मिलना चाहिए’
उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा से आए नेताओं को लेकर भी टिप्पणी की और कहा कि ऐसे नेताओं की बजाय कम से कम पांच साल से पार्टी में कार्यरत लोगों को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “मैं किसी का समर्थन नहीं कर रहा, न ही इस मामले में पार्टी बनूंगा।