RCB विक्ट्री परेड में मची भगदड़: 11 की मौत के बाद पुलिस-आयोजक पर गिरी गाज, जांच आयोग गठित

बेंगलुरु। IPL 2025 में पहली बार खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री परेड अब एक गंभीर प्रशासनिक संकट में बदल गई है। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 मई को आयोजित इस परेड से पहले मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 33 के घायल होने के बाद अब राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर समेत 8 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही RCB, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA और कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं। सरकार ने मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश माइकल डी’कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है, जिसे 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
जिम्मेदार कौन?
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे के पीछे आयोजन में हुई गंभीर चूक और एजेंसियों की लापरवाही मुख्य कारण रहे। स्टेडियम में फ्री पास से प्रवेश की घोषणा के बाद RCB की वेबसाइट क्रैश हो गई, लेकिन भीड़ पहले ही पहुंच चुकी थी। पास धारकों के साथ बिना पास वाले लोग भी स्टेडियम के बाहर जमा हो गए।
प्रारंभिक जांच के मुताबिक गेट नंबर 10, 12 और 13 पर भीड़ ने जबरन घुसने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसी दौरान बारिश शुरू हुई और भगदड़ मच गई। नाले के ऊपर रखा स्लैब भी ढह गया, जिससे हालात और बिगड़ गए। कुछ लोगों का कहना है कि कई सुरक्षाकर्मी 36 घंटे से लगातार ड्यूटी पर थे।
विधि कार्रवाई और कोर्ट की निगरानी
कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट को सौंपी गई स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि अब इस मामले की जांच CID और SIT के हवाले की जा रही है। हाईकोर्ट की बेंच ने सरकार से हादसे की विस्तृत जानकारी और जवाब मांगा है, अगली सुनवाई 10 जून को होनी है।
वहीं, कोर्ट में एक याचिकाकर्ता के वकील ने सवाल उठाया कि RCB के खिलाड़ियों को ऐसे कार्यक्रम में सम्मानित करने की जरूरत क्यों पड़ी, जो देश के लिए नहीं खेलते? यह निर्णय किस स्तर पर लिया गया?
मौतें और सवाल
हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोग 35 साल से कम उम्र के थे, जिनमें तीन किशोर भी शामिल हैं। अब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस आयोजन के लिए भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की पर्याप्त तैयारी क्यों नहीं की गई थी।