2047 तक सिकल सेल उन्मूलन का लक्ष्य: राज्यपाल बोले- विवाह से पहले जेनेटिक कार्ड मिलाएं, हर नागरिक बने जागरूकता दूत

भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज में आयोजित सिकल सेल सेंसेटाइजेशन कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि सिकल सेल रोग के उन्मूलन के लिए शोध और समन्वित प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने चिकित्सा की विभिन्न पद्धतियों को एकजुट कर काम करने पर बल दिया और वनों में उपलब्ध औषधीय जड़ी-बूटियों की वैज्ञानिक प्रमाणिकता के लिए अनुसंधान की आवश्यकता बताई।
राज्यपाल ने कहा कि सिकल सेल उन्मूलन के लिए हर व्यक्ति को जागरूकता अभियान में सहभागी बनना होगा। वर्ष 2047 तक इस रोग के उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने विवाह से पूर्व वर-वधु द्वारा जेनेटिक कार्ड का मिलान जरूरी करने और नवजात की 72 घंटे में जांच की अपील की। साथ ही रोगियों को संतुलित आहार, व्यायाम और नियमित देखभाल की सलाह दी।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने बताया कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रीनेटल टेस्टिंग के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने सिकल सेल मिशन 2047 के तहत प्रदेश में चल रहे प्रयासों की जानकारी दी। सांसद आलोक शर्मा ने केंद्र और राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों की सराहना की।
राज्यपाल श्री पटेल का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। उन्हें सिकल सेल पर आधारित पुस्तक और डायग्नोस्टिक किट भेंट की गई। विश्व पर्यावरण दिवस पर एलुमिनाई एसोसिएशन ने उन्हें पौधे भेंट किए, जिन्हें गांधी मेडिकल कॉलेज परिसर में रोपित किया गया।
मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. कविता सिंह ने स्वागत भाषण दिया। आयोजन समिति के सचिव डॉ. ललित श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। विशेषज्ञों में डॉ. राहुल भार्गव, डॉ. आर. के. निगम, डॉ. दानिश जावेद और एनएचएम उप संचालक डॉ. रूबी खान ने सिकल सेल पर विस्तार से जानकारी साझा की। कार्यक्रम में एलुमिनाई एसोसिएशन के पदाधिकारी, चिकित्सक, शोधार्थी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।