राजस्व अधिकारी राजस्व कार्यों में लाये प्रगति, फील्ड में जाकर मैदानी अमले के कार्याे एवं उनकी स्थिति का आकलन भी करे-कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर

बड़वानी। रमन बोरखड़े। राजस्व विभाग शासन का महत्वपूर्ण अंग होकर सीधे जनता से जुड़ा होता है। अतः राजस्व अधिकारियों को अपने कार्याे में लापरवाही एवं आलस नही करना चाहिए। राजस्व अधिकारियों को सप्ताह में एक या दो बार फील्ड में जाकर मैदानी अमले के कार्याे एवं उनकी स्थिति का आकलन स्वयं करना चाहिए। तभी राजस्व कार्याे में प्रगति आ सकेगी।
कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने उक्त बाते सोमवार को आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक के दौरान कही। इस दौरान कलेक्टर ने राजस्व विभाग की फार्मर रजिस्ट्री, पीएम किसान ईकेवायसी, फसल गिरदावरी, राजस्व वसूली, आधार लिंकिंग, वन व्यवस्थापन, ग्राउण्ड ट्रूथिंग, वनग्राम से राजस्व ग्राम की प्रक्रिया, आरसीएमएस पोर्टल, स्वामित्व योजना की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने एसडीएम एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया कि वे प्रतिदिन अपने अधीनस्थ अमले के कार्याे की समीक्षा करते हुए उन्हे अगले दिवस किये जाने वाले कार्याे का लक्ष्य दे। जिससे कि जिले में राजस्व कार्याे में बेहतर प्रगति आ सके।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री केके मालवीय, संयुक्त कलेक्टर श्री सोहन कनाश, डिप्टी कलेक्टर श्री शक्तिसिंग चौहान, एसएलआर सुश्री शीतल सोलंकी, तहसीलदार बड़वानी श्री जगदीश वर्मा उपस्थित थे। वही विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े हुए थे।