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खंडवा; महापौर बोलीं अब नेता प्रतिपक्ष की छिनेगी पार्षदी,निगम कर्मचारियों के खिलाफ बद सुलुकी बर्दाश्त नही करेंगे

खंडवा ( मुश्ताक मंसूरी) मध्य प्रदेश के खंडवा नगर निगम में बुधवार से शुरू हुआ निगम के नेता प्रतिपक्ष और संविदा कर्मचारियों के बीच का विवाद आमजन के लिए मुसीबत का कारण बन गया था । इस विवाद के चलते जहां एक और कर्मचारियों ने कलम बंद हड़ताल की घोषणा कर दी थी, तो वहीं कर्मचारीयों और नेता प्रतिपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी इस दौरान चला था । इसके बाद अब सोमवार को यह विवाद समाप्त हुआ है, और महापौर ने कर्मचारियों से भविष्य में ऐसा कुछ होने पर नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ उनकी प्रसादी छिनने जैसी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है । जिस पर कर्मचारियों ने भी इस आश्वासन के बाद अपनी हड़ताल को समाप्त कर दिया है । वही नेता प्रतिवर्ष ने इसे महापौर की धमकी बताते हुए कहा कि वह शहर के लिए मुद्दे उठाते रहेंगे ।

खंडवा नगर निगम में बुधवार शाम निगम के नेता प्रतिपक्ष मल्लू राठौर निगम आयुक्त के केबिन में उनसे मिलने पहुंचे थे । इस दौरान वहां बैठे संविदा कर्मचारी अंकित पवार से उनका कुर्सी पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था । इसके बाद जहां एक और अंकित पवार ने मल्लू राठौर को 2 करोड़ के मानहानि दावे का नोटिस भेजा था, तो वहीं नेता प्रतिपक्ष राठौर ने अंकित पंवार पर उनकी हत्या करवाने का प्रयास करने जैसा संगीन आरोप लगाये थे । यही नहीं इस दौरान निगम के कर्मचारी संघ ने अंकित पंवार के समर्थन में कलम बंद हड़ताल की घोषणा की थी । साथ ही मल्लू राठौर पर उचित कार्रवाई नहीं होने पर शहर में बिजली पानी और सफाई जैसी व्यवस्थाओं को ठप्प करने की भी बात कहते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था । हालांकि सोमवार दोपहर निगम के कर्मचारी और महापौर के बीच बातचीत के दौरान महापौर अमृता अमर यादव ने भविष्य में ऐसी कोई घटना होने पर नेता प्रतिपक्ष या किसी अन्य पार्षद जो ऐसा वर्ताव करेंगे, उनकी पार्षदी छीनने की बात की है । वहीं इस आश्वासन पर कर्मचारी भी निगम की हड़ताल को समाप्त कर काम पर वापस लौट गए हैं ।

शहर विकास में विध्न डाला तो निरस्त करवाएंगे पार्षदी

इधर हड़ताल समाप्ति को लेकर घोषणा करते हुए महापौर ने बताया कि जो निगम कर्मचारी और नेता प्रतिपक्ष के बीच विवाद हुआ था उसको लेकर सभी कर्मचारियों ने एक होकर हड़ताल कर दी थी, जिसको लेकर आज उनको आश्वासन दिया है कि आने वाले समय में ऐसी कोई घटना उनके साथ नहीं होगी, और इसको लेकर उन्होंने एक लिखित शिकायत जिला कलेक्टर को भी दी थी । जिस पर भी मेरे द्वारा उनको आज आश्वासन दिया गया है कि आने वाले समय में यदि किसी पार्षद द्वारा कर्मचारियों से इस तरह का कोई वर्ताव या विवाद किया जाता है या शहर के विकास कार्य में कोई विध्न डाला जाता है, तो हम जिला कलेक्टर और संभाग आयुक्त से मिलकर चर्चा करेंगे और निश्चित ही उनकी पार्षदी निरस्त करवाएंगे । और अभी वे जिला कलेक्टर से मिलकर चर्चा करेंगीं की मुल्लू राठौड़ की शिकायत किए हुए दो दिन हो चुके हैं तो उसके बाद उन्होंने इस पर क्या किया है और वह क्या करेंगे ।

क्या महापौर सीख गई हैं धमकी देना

वहीं महापौर के दिए बयान पर पलटवार करते हुए निगम के नेता प्रतिपक्ष मुल्लू राठौर ने कहा कि, क्या महापौर को इस तरह से अधिकार है एक चुने हुए जनप्रतिनिधि और नेता प्रतिपक्ष को हटाने का । क्या राम राज्य ऐसा लाएंगे । जो बोलेगा उसको यह हटाने की धमकी है कुल मिलाकर । वह पार्षद रहें या ना रहें, वो शहर हित के मुद्दे उठाते रहेंगे, और क्या अब महापौर धमकी देना सीख गई हैं क्या ।

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