बड़वानी; बंद-चालू हैंडपंपों व नलजल योजनाओं की समीक्षा कर दिए निर्देश

-जल जीवन मिशन की बैठक का हुई आयोजन
बड़वानी। रमन बोरखड़े।
कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन अंतर्गत प्रगतिरत कार्याे एवं ग्रीष्मकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा बैठक का आयोजन मंगलवार की शाम को कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह किया गया। बैठक में कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, खण्ड बड़वानी द्वारा बताया गया कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित कुल 702 ग्रामों मे से जल जीवन मिशन अतंर्गत 329 ग्रामों की योजनाएं, लागत 452.91 करोड रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। स्वीकृति प्राप्त योजनाओं में से 184 ग्रामों मे कार्य पूर्ण, 145 ग्रामों मे कार्य प्रगतिरत है।
बैठक में मध्यप्रदेश जल निगम के महाप्रबंधक द्वारा जल निगम द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी दी गई। जिले मे मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित भोपाल के माध्यम से 2 समूह योजनाओं, जिनकी लागत 1909.65 करोड़ रूपये है, के द्वारा क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से 682 ग्रामों को आच्छादित किया जाना प्रस्तावित है। मध्यप्रदेश जल निगम की 2 योजनाओं सेगवाल-1, एवं सेगवाल-2 के कार्य प्रगतिरत है। जिनके माध्यम से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से एवं जल जीवन मिशन अतंर्गत क्रियान्वित की गयी एकल ग्राम योजनाओं मे बल्क वाटर के माध्यम से पेयजल प्रदाय किया जाना प्रस्तावित है।
बंद-चालू हैंडपंपों व नलजल योजनाओं की समीक्षा-
कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा ग्रीष्मकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था हेतु स्थापित विभागीय हैंडपंपों की चालू-बंद की स्थिति एवं ग्रामों में नलजल योजनाओं के प्रगतिरत कार्याें की विकासखंड वार समीक्षा की गई। जिला पंचायत सीईओ द्वारा निर्देशित किया गया कि ग्रीष्मकाल में विभागीय हैंडपंपों को चालू बनाए रखने हेतु मैदानी अमला पूर्ण सक्रियता से कार्य करे। नलजल योजना कार्य अंतर्गत जिन ठेकेदार के नाम काली सूची में डाले गए है। यदि वर्तमान में भी उनके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है अथवा किसी फर्म द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा है। तो उन ठेकेदारों के विरु़द्ध कड़ी कार्यवाही करने हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है। साथ ही जिन नल जल योजना के कार्य विद्युत कनेक्शन/चार्जिंग के कारण पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं। उनसे संबंधित समस्त प्रकरण विद्युत मंडल को प्रेषित किए जाऐं तथा कार्य की प्रगति का नियमित अनुश्रवण भी किया जाए। ताकि विद्युत संबंधी समस्त कार्य समय पर पूर्ण हो। जिन योजनाओं के कार्य पूर्ण होकर संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा हस्तांतरण नहीं लिया जा रहा है, उनके लिए जनपद सीईओ आवश्यक कार्यवाही करें।