सेंधवा; नैक मूल्याकंन के सात मापदंड को पूरा करने पर मिल सकती है ए ग्रेड, तैयारियों में जुटा कॉलेज प्रबंधन

-नैक मूल्यांकन को लेकर राज्य स्तरीय नेक सेल भोपाल की सदस्य डॉ. मोनी सिंह ने सेंधवा महाविद्यालय का निरीक्षण किया।
सेंधवा। रमन बोरखड़े।
आगामी माह में होने वाली नेक की तैयारियों को लेकर बुधवार को राज्य स्तरीय नेक सेल भोपाल की सदस्य डॉ. मोनी सिंह ने वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों में जाकर मुआयना किया। विद्यार्थियों से बातचीत भी चर्चा की। उसके पश्चात स्टॉफ के साथ बैठक ली। इसमें उन्होंने कहा कि नैक मूल्याकंन के सात मापदंड होते हैं। उनमें 56 प्रश्नों की जानकारी देनी होती है। उन्होंने इन मापदंड को बताते हुए यह टिप्स दिए की उन मापदंड में से कैसे नम्बर ला सकते हैं। उन्होंने स्टॉफ से कहा कि नैक मूल्याकंन का कार्य एक चुनौती पूर्ण कार्य है और आपके पास बी प्लस ग्रेड भी है। इसलिए आपको सामुहिक और सम्मिलित प्रयास बढ़ाना होगा। आपके पास जून माह शेष है, जो भी अंकों में फायदा देने वाली गतिविधियां है उसे कर लें।
तैयारियों का पीपीटी द्वारा प्रजेंटेशन दिया-
बैठक में डॉ. दिनेश कनाडे एवं डॉ. महेश बाविस्कर ने मापदंड अनुसार अभी तक हुई तैयारियों का पीपीटी द्वारा प्रजेंटेशन दिया। इस अवसर पर डॉ. एमएल अवाया, डॉ यशोदा चौहान, डॉ संतोषी अलावा, डॉ संतरा चौहान, प्रो शैलेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रो बी.एस जमरे, प्रो प्रियंका यादव, प्रो अरुण सेनानी, प्रो जितेन्द्र सूर्यवंशी, डॉ अविनाश वर्मा, प्रो मनोज तारे, प्रो इरशाद मंसूरी, डॉ जितेन्द्र साईंखेड़िया, डॉ कलीराम पाटिल, डॉ राहुल सूर्यवंशी, डॉ वैशाली मोरे सहित स्टॉफ उपस्थित था। प्राचार्य डॉ. जीएस वास्कले ने बताया कि महाविद्यालय के नये परिवर्तित नाम के संबंध में विश्वविद्यालय को पत्र लिखा गया है। विश्वविद्यालय द्वारा नाम परिवर्तन का पत्र प्राप्त होने पर यूजीसी को नाम परिवर्तन के लिए लिखा जायेगा। उक्त नाम परिवर्तन की प्रक्रिया के बाद ही नैक मूल्याकंन की फायनल रिपोर्ट अपलोड करने की कार्रवाई कि जावेगी।