विविध
संतों के सान्निध्य में शुरू हुआ पंचकुंडीय महायज्ञ
चैत्र नवरात्र में 108 यजमान युगल आहुतियां समर्पित करेंगे

- पहले दिन दशविध स्नान, प्रायश्चित कर्म, विष्णु पूजन, मंडप प्रवेश, ध्वजारोहण के बाद अरणि मंथन से हुई अग्निस्थापना इंदौर
संगमनगर पॉवर हाउस के पास स्थित गणेश-दुर्गा माता मंदिर पर पंचकुंडीय चंडी महायज्ञ की शुरुआत मंत्रोच्चार के बीच संतों के सान्निध्य में हुई। पंचांगकर्म के बाद अरणि मंथन से अग्नि स्थापना की गई। इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच 11 यजमान दंपत्तियों ने आहुतियां दी। यज्ञ संयोजक एवं प्रमुख यजमान पं. योगेन्द्र महंत ने बताया महामंडलेश्वर राधे-राधे बाबा, महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज अौर पं. पवन शर्मा के सान्निध्य में महायज्ञ की शुरुआत हुई। सुबह दशविध स्नान, प्रायश्चित कर्म, विष्णुपूजन, मंडप प्रवेश, भूमिपूजन, ध्वजारोहण, देवस्थापन के बाद अरणि मंथन से अग्निस्थापन होगा। जैसे ही यज्ञशाला में अग्नि प्रज्ज्वलित हुई, लोगों ने जयघोष किया। इसके बाद आहुतियों का क्रम शुरू हुआ। इस मौके पर गोविंदसिंह पंवार, एडवोकेट संजय शुक्ला, रवि दीक्षित, ऋषभ शुक्ला आदि मौजूद थे। आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक के सान्निध्य में हो रहे महायज्ञ में नौ दिनों में सवा लाख आहुतियां दी जाएंगी।आचार्य पंडित नन्द किशोर के निर्देशन। मे महायज्ञ के लिए निर्मित यज्ञशाला में चतुरस्त्र, अर्द्ध चंद्राकार, वृत्त एवं पद्म कुड बनाए गए हैं, जहां 21 वैदिक विद्वानों द्वारा सवा लाख महामंत्रों से देवी की प्रसन्नता के लिए विविध हवनीय पदार्थों से चैत्र नवरात्र में 108 यजमान युगल आहुतियां समर्पित करेंगे। प्रतिदिन 11 यजमान दंपत्तियों आहुति देंगे।