इंदौर छतों, परिसरों में बिजली उत्पादन करने वालों की संख्या पहुंची 5650

इंदौर
पश्चिम मप्र में सौर ऊर्जा यानि ग्रीन एनर्जी की ओर लोगों का रूझान बढ़ता जा रहा है। अब इस तरह से की बिजली का अपने परिसरों, छतों से उत्पादन करने वालों की संख्या बढ़कर 5650 हो चुकी है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि नेट मीटर लगाकर उपभोक्ता अपनी छतों या परिसर के अन्य स्थानों पर सोलर पैनल्स लाकर से बिजली उत्पादन कर रहे है। जुलाई पहले सप्ताह में इनकी संख्या बढ़कर 5650 हो गई है। औद्योगिकी परिसर, बड़े कॉलेज, बड़े बंगले वाले उपभोक्ता छतों के साथ ही खाली जमीन पर भी बिजली उत्पादन कर नेट मीटर के माध्यम से लाइनों में प्रवाहित कर रहे है। श्री तोमर ने बताया कि इंदौर जिले में अब सोलर पैनल्स से बिजली उत्पादन करने वालों की संख्या पहले से तीन सौ बढ़कर 3600 हो चुकी है। इंदौर के बाद उज्जैन जिले में सर्वाधिक संख्या 710 है। कंपनी क्षेत्र के धार जिले में 250, रतलाम जिले में 230, खरगोन जिले में 175, नीमच जिले में 130, देवास जिले में 100 स्थानों, छतों, परिसरों से सूरज की किरणों से बिजली बन रही है। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया वर्षाकाल और बादल होने पर भी बिजली उत्पादन होता है, लेकिन यह उत्पादन आंशिक रूप से कम हो जाता है।
इंदौर शहर का सत्यसांई बिजली जोन क्षेत्र नेट मीटर सोलर एनर्जी के मामले में पश्चिम मप्र में सबसे सघन क्षेत्र है। इस जोन में तीन सौ स्थानों पर सूरज की किरणों से ग्रीन एनर्जी तैयार हो रही है। शहर के तीसों जोन क्षेत्र में इस तरह की बिजली तैयार हो रही हैं।