जीवन के मुख्य उद्देश्य तीन हैं – हेल्थ, वेल्थ एंड हैप्पीनेस, इंडक्शन कार्यक्रम में कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा

बड़वानी
हमारा दिमाग कम्प्यूटर की मेमोरी की तरह होता है। इसमें हम जैसा सॉफ्टवेयर अपलोड करेंगे, वैसे ही हमारे कार्य होंगे। यदि अच्छे और उपयोग विचारों का इनपुट होगा तो आउटपुट भी शानदार होगा। जीवन के तीन मुख्य उद्देश्य होते हैं- हेल्थ, वेल्थ और हैप्पीनेस। आप युवा हैं। सुबह जल्दी उठकर ग्राउंड पर जाएं, व्यायाम करें। जीवन-यापन के लिए पर्याप्त धन अर्जित करने हेतु कौशल का विकास करें। खुशियों के लिए स्वयं को सदैव सकारात्मक विचारों और ऊर्जा से ओत-प्रोत रखें। असफल लोगों की अपेक्षा सफल लोगों की बात सुनें। केवल सूचनाओं का संकलन करना पढ़ाई करना नहीं है, अपितु समझ का भी विकास होना आवश्यक है। पढ़े पर गुणे नहीं वाली कहावत को चरितार्थ नहीं करें।
ये बातें बड़वानी जिले के कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किये जा रहे इंडक्शन कार्यक्रम में चार सौ से अधिक नवप्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहीं। प्राचार्य डॉ. एनएल गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया। समन्वय कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया, सलोनी शर्मा और नंदिता गोले ने किया। इस अवसर पर डॉ. दिनेश परमार, डॉ. भूपेन्द्र भार्गव, प्रो. रितेश दासौंदी, प्रो. मोहित सोनी ने भी युवाओं को मार्गदर्शन दिया।
ये दिये सफलता के टिप्स
कलेक्टर श्री वर्मा ने अपने लगभग दो घंटे के विस्तृत व्याख्यान में सफलता के ये सूत्र दिये-
– अपने जीवन की दिशा तय कीजिए। दिशाहीन कार्य व्यर्थ होते हैं।
– अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानिये। ताकत का सदुपयोग करें और कमजोरियों को दूर करने के लिए निरंतर प्रयास करें।
-सही और गलत का निर्णय लेने की क्षमता उत्पन्न करें।
– अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोषी न ठहरायें, बल्कि प्रयास में रह गई कमियों का मूल्यांकन करें और बिना निराश हुए सफलता के लिए प्रयास जारी रखें।
– पढ़ते वक्त चीजों को विजुवलाइज करें। ऐसा करने पर बात स्थाई रूप से समझ में आ जाती है।
– सदैव खुश रहें। कोई भी कार्य कठिन या असंभव नहीं होता है।
– जिस कार्य के बारे में आपको विश्वास है कि उसे आप सफलतापूर्वक सम्पन्न कर सकते हैं, उसे अवश्य ही करें।
– करंट इवेंट, शासन की योजनाओं एवं पूरी दुनिया में क्या हो रहा है, उससे अवगत रहें।
संचालन प्रीति गुलवानिया ने किया। आभार जगमोहन गोले ने व्यक्त किया। सहयोग कन्हैया फूलमाली, राहुल भंडोले, धीरज सगोरे और डॉ. मधुसूदन चौबे ने दिया।