खंडवा गुरु पूर्णिमा की धूम धुनीवाले दादाजी की नगरी में महाराष्ट्र से आने लगे श्रद्धालु, 22 धर्मशालाओं में ठहरने की फ्री व्यवस्था

खंडवा। धुनीवाले दादाजीकी नगरी खंडवा में गुरु पूर्णिमा पर्व के नजदीक आते ही श्रद्धालुओ का आना प्रारम्भ हो गया। जिसके चलते शहर में भज लो दादाजी का नाम, भज लो हरिहरजी का नाम… की गूंज सुनाई देने लगी है। महाराष्ट्र से भक्तों के आगमन का सिलसिला भी शुरू हो गया है। मंदिर प्रशासन ने लगभग सभी तैयारी पूरी कर ली है। बारिश के बीच मंदिर परिसर में वॉटर प्रूफ पंडाल लगाया गया है। धाम में तीन दिनी गुरु पूर्णिमा पर्व 12 से 14 जुलाई तक मनेगा। पर्व पर देशभर से करीब 5 लाख से अधिक भक्त दादाजी धाम पहुंचेंगे। महाराष्ट्र व अन्य स्थान से भक्त आने भी लगे है। बुधवार शाम को अमरावती जिले के वरूड से 50 से ज्यादा भक्तों को जत्था खंडवा पहुंचा। जत्थे में आगे श्री दादाजी रथ शामिल है, जिसमें दादाजी महाराज की तस्वीर है। आगे भक्त निशान लेकर ढोल-नगाड़ा, झांझ मंजीरों के साथ गुलाल उड़ाते चल रहे थे। ये जत्था करीब 20 साल से लगातार निशान लेकर आ रहा है।
180 लंबा और 70 फीट चौड़ा वाटर प्रूफ पंडाल
श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए 6 नंबर गेट से प्रवेश दिया जाएगा। यहां पर जिगजैग रेलिंग बनाई है। इस पर बारिश से बचाव के लिए 180 लंबा व 70 फीट चौड़ा वाटर प्रूफ पंडाल बनाया जा रहा है। इसमें बारिश हाेने की स्थित में भी करीब 3 हजार लाेग खड़े रह सकेंगे। इस रेलिंग से होते हुए श्रद्धालु धूनी माई तक पहुंचेंगे। धूनीमाई, मां नर्मदा, बड़े दादाजी और छोटे दादाजी की समाधि दर्शन के बाद प्रसादी लेते हुए मंदिर से बाहर हो सकेंगे।निशान चढ़ाने के लिए 12 जुलाई रात 12 बजे तक का समय रहेगा। इसके बाद आने वाले निशान बड़ी धूनी के पास रखे जाएंगे।
22 धर्मशालाओं में ठहरने की फ्री व्यवस्था
22 धर्मशालाओं में भक्तों के ठहरने की व्यवस्था निशुल्क रहेगी। इधर, श्रीबीसा लाड़ समाज की निशान यात्रा 9 को श्रीबीसा लाड़ युवा संगठन द्वारा खंडवा में पिछले 6 वर्षों से गुरुपूर्णिमा पर्व पर निशान यात्रा निकाली जाती है। इस वर्ष भी 9 जुलाई को दोपहर 2 बजे वल्लभदास ईश्वरदास गार्डन, जसवाड़ी रोड से यह यात्रा श्री दादाजी मंदिर तक निकलेगी। इसमें खंडवा सहित समस्त ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र से श्री बीसा लाड समाजजन हिस्सा लेंगे।