श्री वैष्णव धाम मंदिर परिसर पर पूरे जोश से मन रहा माता की आराधना का पर्व

गोरी छम छम छम छम झांझर बागे धम धम धम धम ढोलक बागे….
इंदौर । स्कीम 140 स्थित श्री वैष्णव धाम मंदिर परिसर पर माता की आराधना पर्व अनूठे अंदाज़ में भारतीय संस्कृति एवम् सनातन परंपरा के अनुरूप मनाया जा रहा है।
शहर में गरबों की परंपरा को नए आयाम देने वाली श्रीमती रेखा जनक गांधी के निर्देशन में गुजरात से आए गायक विनय चंदेल यहां प्रतिदिन भक्तों के बीच आकर्षण के केंद्र बने हुए है। हर दिन दो एवम् तीन ताली के गरबों के बाद भक्तों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ भी दिलाई जा रही है।
कार्यक्रम संयोजक श्रीमती रचना विकास गुप्ता ने बताया कि मंदिर प्रांगण में प्रतिदिन दोपहर को भजन कीर्तन के बाद फलाहारी खिचड़ी का वितरण, रात 8:00 बजे माता रानी की आरती उसके बाद नियमित गरबो का आयोजन जारी है जिसमें पूरे उत्साह के साथ श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। यह परंपरा पिछले 20 वर्षों से चली आ रही है। अब 22 को महाष्टमी एवं 23 अक्टूबर को महानवमी पर मां की आराधना में विशेष आयोजन होंगे महानवमी को मंदिर परिसर में महाप्रसादी का आयोजन भी होगा।
श्रीमती गुप्ता ने बताया कि प्रतिदिन आने वाले भक्तों और अतिथियों के स्वागत में सपना कुलभूषण मित्तल,हर्षा अखिलेश खंडेलवाल, भावना अहलूवालिया, सरिता छाबड़ा, मनीष रीना वैद्य, कल्पना वीनस वाणी, रंजना राजेंद्र कश्यप एवं सोनल यादव भी जिम्मेदारी निभा रहें है। अध्यक्ष श्रीमती विनोद अहलूवालिया की प्रेरणा एवम् उषा पोपली के मार्गदर्शन में इस बार भी महोत्सव की टीमों के नाम मां शैलपुत्री समूह, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, मां कुष्मांडा, मां स्कंदमाता, मां कात्यायनी, मां कालरात्रि, मां महागौरी, मां सिद्धिदात्री के साथ ही मां अन्नपूर्णा समूह, मां दुर्गा समूह और मां चंडी समूह नाम दिए गए हैं। इस तरह माता रानी की भक्ति और आराधना गुजराती परंपरा के साथ ही सनातन संस्कृति के अनुरूप जारी है।
यहां पर गुजराती भजनों पर कलाकारों की प्रस्तुतियां बहुत सराही जा रही है, गायक विनय चंदेल ने, “मां नो गरबो रे रमे राज ने दरबार…. रमतो भमतो रे गयो, कुंभारी ने हाथ….”, “गोरी छम छम छम छम झांझर बागे …. धम धम धम धम ढोलक बागे….”, “खम्मा म्हारा नंद जी लाल मुरली क्यारे वागडी….खम्मा मारा यशोदा ना लाल मुरली क्यारे वागडी…” इस तरह के अनेक नए-नए गुजराती भजनों की प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। वें हर दिन नए नए भजन पेश कर रहे है।
मताधिकार की शपथ के साथ ही इस बार यहां गरबा पांडाल में सामाजिक सरोकारों से जुड़े संदेश भी प्रतिदिन दिए जा रहे हैं इनमें सफाई की तरह स्वास्थ्य में नंबर वन बनने, जल बचाने, प्रदूषण कम करने, यातायात नियमों का पालन करने और लोक परिवहन के साधनों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने के संकल्प भी दिलाए गए है।