इंदौर

वैश्य समाज के 25 घटकों के 1400 से अधिक प्रत्याशी आएंगे विशिष्ट श्रेणी के परिचय सम्मेलन में

1जून को रिश्तों को तय कराने में वरिष्ठ समाजसेवी बंधुओं के मार्गदर्शन में 21 सदस्यों की सम्पर्क मिलन समिति करेगी मदद

वैश्य समाज के 25 घटकों के 1400 से अधिक प्रत्याशी आएंगे विशिष्ट श्रेणी के परिचय सम्मेलन में

1जून को रिश्तों को तय कराने में वरिष्ठ समाजसेवी बंधुओं के मार्गदर्शन में 21 सदस्यों की सम्पर्क मिलन समिति करेगी मदद

इंदौर । शहर में पहली बार म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की मेजबानी में रविवार, 1 जून को रवीन्द्र नाट्य गृह में अ.भा. विधवा-विधुर, तलाकशुदा, दिव्यांग एवं अधिक उम्र के प्रत्याशियों के लिए हो रहे परिचय सम्मेलन में सभी श्रेणियों में अंतिम रूप से 1400 से अधिक प्रविष्ठियां प्राप्त हो चुकी हैं, जो एक कीर्तिमान है। पहली बार 25 वैश्य घटकों की भागीदारी में हो रहे इस सम्मेलन में जो प्रविष्ठियां प्राप्त हुई हैं, उनमें 600 से अधिक विधवा-विधुर एवं तलाकशुदा तथा 800 से अधिक प्रविष्ठियां अधिक उम्र के प्रत्याशियों की है। इनमें 25 वर्ष की तलाकशुदा युवती प्रत्याशी और 57 वर्ष की विधवा महिला भी शामिल हैं, जो पुनः अपना वैवाहिक जीवन बसाना चाहती है। सम्मेलन की सफलता के लिए म.प्र. वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल, स्वागताध्यक्ष विनोद अग्रवाल, संयुक्त स्वागताध्यक्ष राजेश चेलावत, रमेश मित्तल मेडिकेप्स एवं विमल तोडी ने भी अपने संदेश भेजकर सम्मेलन को सभी वैश्य घटकों के लिए नए उत्साह और उमंग की स्थापना का केन्द्र बताया है।
संगठन के प्रदेश महामंत्री अरविंद बागड़ी, शहर अध्यक्ष धीरज खंडेलवाल एवं परिचय सम्मेलन के प्रमुख संयोजक राजेश गर्ग और शिव जिंदल ने बताया कि सम्मेलन के लिए 1400 प्रविष्ठियां सभी श्रेणियों में प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें 27 वर्षीय तलाकशुदा युवक प्रत्याशी भी हैं और 52 वर्षीय अविवाहित तथा 62 वर्षीय विधुर भी शामिल हैं। आयोजन समिति ने इन सभी को उपयुक्त जीवन साथी तलाश करने में मदद के लिए 21 सदस्यीय मिलन सम्पर्क समिति का गठन भी किया है। सभी प्रविष्ठियों का प्रकाशन परिचय पुस्तिका ‘शुभ मिलन’ में भी किया जा रहा है। अब तक 20 राज्यों और विदेशों से भी जीवन साथी की तलाश के लिए प्रविष्ठियां प्राप्त हुई हैं।
इंदौर में होने वाले इस परिचय सम्मेलन की व्यवस्थाओं को वैश्य समाज की गरिमा के अनुरूप यादगार बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। समाजसेवी विनोद अग्रवाल, रमेश मित्तल मेडिकेप्स, सम्मेलन के अध्यक्ष दिनेश मित्तल, भरत मोदी, प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग एवं विष्णु बिंदल के मार्गदर्शन में विभिन्न तैयारियां की जा रही हैं। सम्मेलन में अग्रवाल, जैन, माहेश्वरी, नागर चित्तौड़ा, खंडेलवाल, विजयवर्गीय, मेढ़तवाल, मोड़, पोरवाल, नीमा एवं वैश्य घटकों के अलग-अलग सेवा केन्द्र भी बनाए जा रहे हैं, जहां इन सभी समाजों के प्रतिनिधि एवं समाजसेवी अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा और तैयारियों पर चर्चा के लिए नियमित रूप से आयोजन समिति की बैठकों का दौर भी जारी है।
इस बीच कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत और वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा है कि वैश्य समाज के लिए यह एक महत्वपूर्ण आयोजन हो रहा है, जिसमें सभी बंधुओं को एकजुट होकर सार्थक और सफल बनाने का प्रयास करना होगा। अपना जीवन साथी खो चुके लोगों के जीवन में निश्चित ही इस आयोजन से नए उत्साह का संचार होगा। सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने भी इस आयोजन को सामाजिक बदलाव और सकारात्मक चिंतन की दिशा में ऐसे परिचय सम्मेलन को वक्त की मांग बताते हुए इसकी सफलता की शुभ कामनाएं व्यक्त की है। सम्मेलन के संयुक्त स्वगताध्यक्ष राजेश चेलावत, रमेश मित्तल मेडिकेप्स एवं विमल तोडी ने भी इस आयोजन को वैश्य समाज में नव चेतना के संचार का केन्द्र बताते हुए कहा है कि किसी भी कारण से अब तक गृहस्थ जीवन की दहलीज से दूर रह गए समाजबंधुओं के जीवन में नई रौनक लाने का यह वंदनीय प्रयास है।
मंगलवार को इस परिचय सम्मेलन की व्यवस्थाओं को लेकर आयोजन समिति की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई, जिसमें सभी समितियों को उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों के बारे में जानकारियां दी गई। प्रदेश महामंत्री अरविंद बागड़ी ने इस आयोजन को शहर के वैश्य समाज की गरिमा और परंपरा के अनुरूप सफल बनाने का आग्रह किया।

 

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