मनोरोगियों को पारिवारिक माहौल प्रदान करने वाला एकमात्र स्थान आशा आश्रय – टीआई मुजाल्दा

बड़वानी।
अन्य बीमारियों की तरह मनोरोग भी एक सामान्य बीमारी है समय पर उपचार एवं सही पारिवारिक सहानुभूति नहीं मिलने के कारण मनोरोग विकृति का रूप धारण कर लेता है ।
उक्त बातें बड़वानी पुलिस थाना प्रभारी श्री बलदेव सिंह मुजाल्दा ने चौकसी वाला ज्वेलर्स के समन्वय से आशाग्राम ट्रस्ट द्वारा संचालित निराश्रित मानसिक रोगियों के आशा आश्रय गृह में एक मनोरोगी को परिवार में विदाई देते हुए कही। उन्होंने कहा मैंने अपने सेवाकाल में विभिन्न स्थानों पर बहुत से कार्य देखें । किंतु पारिवारिक माहौल में किसी व्यवसायिक प्रतिष्ठान द्वारा समाजसेवी संस्था के साथ मिलकर मनोरोगियो के लिए समुदाय आधारित पुनर्वास कार्य पहली बार देखा है। ग्राम दीवानिया विकासखंड निवाली के श्री जाडू जाधव अपने घर से लापता थे, जिन्हें आशाआश्रय आशाग्राम ट्रस्ट की टीम के द्वारा चार माह पूर्व विक्षिप्त अवस्था में चिन्हित कर लाया गया।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ राहुल पाटीदार के मार्गदर्शन में उपचार होने के पश्चात वह पूरी तरह से ठीक हो गया। किंतु निरक्षर एवं मूकबधिर होने के कारण वह अपना पता नहीं बता पा रहा था। चौकसी वाला ज्वेलर्स के श्री राजेंद्र चौकसी एवं प्रवीण चौकसी ने बताया कि अब तक 26 मनोरोगियो का पारिवारिक पुनर्वास किया जा चुका है। नेक नीयत से कार्य होते हैं तो परिणाम भी अच्छे होते हैं, वैसे ही श्री जाड़ूसिंह के साथ भी हुआ ।
शिवकुंज आशाग्राम में लगे राष्ट्रीय सेवा योजना कन्या महाविद्यालय बड़वानी के शिविर में आई एक विद्यार्थी स्वयं सेविका ने अपने आशाआश्रय भ्रमण के दौरान उक्त व्यक्ति को पहचान लिया और बोला यह तो हमारे गांव के रहने वाले हैं और इस तरह नए वर्ष में श्री जाड़ूसिंह को अपना पूरा परिवार सौगात के रूप में मिल गया।
आज थाना प्रभारी श्री बलदेव सिंह मुजाल्दा की उपस्थिति में सम्मान सहित उसे परिवार को सुपूर्द किया गया। इस अवसर पर पुलिस थाना बडवानी के उपनिरीक्षक श्री वेस्ता चौहान, श्री रविंद्र कन्नौजे, सहायक उप निरीक्षक श्री सदाशिव कुमरावत, हेड कांस्टेबल श्री राम नरेश धाकड़, श्री हरेसिंह अलावा आशाआश्रय के श्री समाधान पाटील श्रीमती साधना भावसार, आशाग्राम ट्रस्ट के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।