मेरे बेटे की तरह उन्हें भी तड़पा-तड़पाकर मरो! – मां की गूंजती पुकार

इंदौर। ट्रांसपोर्ट व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के खुलासे के बाद उनकी मां उमा रघुवंशी का दर्द छलक पड़ा है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने भावुक स्वर में कहा, “जिस तरह मेरा बेटा तड़प-तड़पकर मरा, उसी तरह सोनम और अन्य दोषियों को भी तड़पा-तड़पा कर मारो।”
राजा की मां की कंपती आवाज में उनका दुख साफ झलक रहा था। उनका कहना है कि राजा उनकी दुनिया था, जो अब कभी लौटकर नहीं आएगा। बेटे को उन्होंने हमेशा अपना सबसे करीबी दोस्त माना। उनकी अपील है कि उनकी बहू सोनम को फांसी दी जाए, क्योंकि वही इस पूरे षड्यंत्र की सूत्रधार है।
सोने की चेन देख आया था डर का साया
राजा की मां ने बताया कि जब वे उसे एयरपोर्ट छोड़ने गईं, तो उन्होंने राजा के गले में सोने की चेन देखी। इस पर उन्होंने चिंता जताई और पूछा कि चेन क्यों पहनी। राजा ने बताया कि “सोनम ने पहनने को कहा था।” उस समय उन्हें एक अनजानी घबराहट ने घेर लिया था। उन्हें आशंका हुई थी कि कुछ गलत हो सकता है। इस बात का जिक्र उन्होंने सोनम की मां से भी किया था।
पहले से बुक थे टिकट – सोनम की योजना पर शक
परिवार के अनुसार, राजा ने पहले भाइयों से कहा था कि वे सब साथ में शिलॉन्ग जाएंगे। लेकिन बाद में पता चला कि सोनम पहले से ही टिकट बुक करवा चुकी थी। सास ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों सोनम इतनी जल्दी में थी, और शिलॉन्ग जैसे अनजान स्थान का चयन क्यों किया गया। सोनम का जवाब था कि “वहां चाय की पत्तियां उगाई जाती हैं।”
“प्यार था तो छोड़कर क्यों चली गई?”
राजा की मां ने यह भी सवाल उठाया कि अगर सोनम राजा से इतना प्यार करती थी, तो फिर हादसे के वक्त वह उसे अकेला कैसे छोड़ गई। राजा की हालत नाजुक थी, लेकिन सोनम को एक खरोंच तक नहीं आई। इससे परिवार के मन में संदेह और गहरा गया।
“मुझे उस पर कभी शक नहीं हुआ”
राजा की मां ने बताया कि सोनम अक्सर मम्मी-मम्मी कहकर उनके गले लग जाती थी। उसका व्यवहार हमेशा अच्छा रहा, इसलिए कभी उन पर शक नहीं हुआ। लेकिन आज जब यह सच सामने आया है, तो उनके शब्द थे, “अब समाज से ही विश्वास उठ गया है।