घोषणा के साढे 12 वर्ष बाद नागलवाड़ी के शिखर धाम पहुंच मार्ग का भूमिपूजन
सामाजिक कार्यकर्ता बीएल जैन ने उच्च न्यायालय में लगाई थी जनहित याचिका।

सामाजिक कार्यकर्ता बीएल जैन ने उच्च न्यायालय में लगाई थी जनहित याचिका।
सेंधवा।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की घोषणा के लगभग साढे 12 वर्ष बाद ग्राम नागलवाड़ी के शिखर धाम स्थित भीलटदेव मंदिर के 3.14 कि.मी. सी.सी. रोड़ निर्माण का भूमि पूजन 13 अप्रैल को मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता बीएल जैन ने ’मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं कलेक्टर बड़वानी को बधाई एवं आभार पत्र ई-मेल से प्रेषित’ करते हुए लिखा है कि मेरे द्वारा विगत 8 वर्षाें से उक्त सड़क निर्माण के लिए सतत् पत्र व्यवहार मुख्यमंत्री सहित शासन के जवाबदार अधिकारियों एवं कलेक्टर बड़वानी व सांसद को भी किए जा रहे थे। अनेकों पत्र प्रेषित करने के बाद भी जब इस सड़क की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई तो मेरे द्वारा म.प्र. उच्च न्यायालय इंदौर खण्डपीठ मे 20 जून 2022 को जनहित याचिका दाखिल की गई। सुनवाई पश्चात् न्यायालय द्वारा 30 जून 2022 को प्रदेष के मुख्य सचिव एवं कलेक्टर बड़वानी सहित 6 अधिकारियों को सुचना पत्र जारी कर 2 सप्ताह मे जवाब तलब किया गया था। लेकिन 8 माह व्यतीत हो जाने के बाद भी प्रत्यर्थीगणो द्वारा न्यायालय मे जवाब प्रस्तुत नही किया गया। श्री जैन ने बताया कि इस स्थिती को लेकर 28 फरवरी को वे कलेक्टर बड़वानी के समक्ष जनसुनवाई मे उपस्थित हुए जहां उनकी षिकायत को क्रमांक 21 पर पंजीबध्द किया गया। श्री जैन ने बताया कि कलेक्टर को जब मेरे द्वारा वस्तुस्थिती से अवगत कराया गया तो वे आश्चर्य चकित हुए कि मुख्यमंत्री की घोषणा के साढे 12 वर्षाें बाद भी क्रियान्वयन क्यों नही हुआ? उन्होने तत्काल श्रीमती सविता सोलंकी कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बड़वानी को फोन लगाकर पुछा कि आपके कार्यालय से 04 अगस्त 2018 को 369.85 लाख की तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को प्रषासकीय स्वीकृति हेतु भेजा गया था इस प्रकरण मे क्या स्थिती है? तब उनके द्वारा बताया गया कि इस प्रकरण मे बाद मे कार्यपालन यंत्री लो.नि.वि. (भ/प) के माध्यम से कार्यवाही हुई है। कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग ने तुरंत कार्यपालन यंत्री लो.नि.वि. से फोन पर चर्चा की तो उन्होने बताया कि 25 मई 2022 को 797.21 लाख का प्राक्कलन प्रषासकीय स्वीकृति हेतु सामान्य प्रषासन विभाग म.प्र. शासन को भेजा गया है। तब कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इसकी स्वीकृति सामान्य प्रषासन विभाग की बजाय प्रमुख सचिव लो.नि.वि. द्वारा होगी फिर प्रकरण सामान्य प्रषासन विभाग के सचिव को क्यो भेजा गया है? उन्होने तुरंत फाईल लेकर कार्यपालन यंत्री को कलेक्टर कार्यालय मे बुलाया। पश्चात् प्रकरण समझ कर 24 मार्च 2023 को कलेक्टर द्वारा प्रमुख सचिव लो.नि.वि. म.प्र. शासन को प्राक्कलन सहित अर्ध्दषासकीय पत्र प्रेषित कर प्रषासकीय स्वीकृति हेतु भेजा गया। श्री जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री के जिले मे आगमन की जानकारी मिलने पर उन्होने 9 अप्रैल को पुनः मुख्यमंत्री को ई-मेल से पत्र प्रेषित किया। 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र के माध्यम से श्री जैन को सुचित किया गया कि आपका पत्र आवष्यक कार्यवाही हेतु कलेक्टर बड़वानी को भेजा गया है। तत्पष्चात् जो भी प्रयास किए गए उसके परिणाम स्वरूप 11 अप्रैल 2023 को 797.21 लाख रूपये की प्रषासकीय स्वीकृति के आदेष शासन द्वारा जारी कर दिए गए एवं मुख्यमंत्री द्वारा 13 अप्रैल को इसका भुमिपुजन भी कर दिया गया है। विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया गया कि कार्य के निर्माण हेतु 21 दिवसीय टेंडर भी निकाले जा रहे है उम्मीद है यह कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। साढे 12 वर्षाे पुरानी मुख्यमंत्री की घोषणा का क्रियान्वयन हो जाने पर यहां आने वाले लाखो श्रध्दालुओ को फायदा होगा। इस पर श्री जैन ने कलेक्टर बड़वानी को आभार पत्र प्रेषित कर मुख्यमंत्री को भी प्रतिलिपी प्रेषित की है।
