बड़वाह। बाड़ियों के पट खुलते ही पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालु…बैंड-बाजों के साथ गणगौर माता के बाड़ियों से निकले सैकड़ों रथ….

कपिल वर्मा बड़वाह। निमाड़ का प्रसिद्ध गणगौर पर्व पर बैंड-बाजो धुन पर अंगना पधारो महारानी, गणगौर माता के निमाड़ी गीतों की धुन पर थिरकते हुए श्रद्धालु मंगलवार को माता की बाड़ी पहुंचे।
जहा दोपहर में पूजन कर सैकड़ों माता ज्वारों को गणगौर रथ में रख कर अपने-अपने घर लाए। इस दौरान रास्ते में अनेक भक्तो ने माता के पैर धुलवाए। अलसुबह जैसे ही माता बाड़ियों के पट खुले वैसे ही पूजन दर्शन हेतु भक्तो का तांता लग गया।
दोपहर करीब बारह बजे से जवाहर मार्ग स्थित तीन प्रमुख दादू पंडित, पंडित आशीष जोशी व पंकज शर्मा की माता बाड़ियों सहित अन्य बाड़ियों से वे दंपति जिन्होंने बाड़ी में गणगौर माता की मुठ विराजित की थी। उन्होंने ढ़ोल-ढमाके के साथ नाचते झूमते माता की बाड़ी से मेहमान के रूप में गणगौर माता को अपने घर लेकर आए।
घर पर ज्वारों का नहावन करवा कर आरती की गई। आचार्य दादू पंडित ने बताया कि बड़वाह की तीन प्रमुख बाड़ियों सहित नगर के तारा नगर, आदर्श नगर, दशहरा मैदान, शर्मा कालोनी की बाड़ियों से पूजन के बाद 500 के आस पास गणगौर रथ निकले।
रात्री में श्रद्धालु गणगौर रथों को घर के आंगन में रखकर सामूहिक रूप से माता को अंगूठी से पानी पिलाएंगे और झालरिया देगे।