वैवाहिक जीवन के 60 वर्ष पूरे कर चुके 61 अग्रवाल युगल फिर से रचाएंगे अपना विवाह

इंदौर, । अग्रवाल समाज की शीर्ष एवं अग्रणी संस्था श्री अग्रसेन महासभा के तत्वावधान में शहर में पहली बार अनूठा प्रणय पर्व ‘शुभ षष्टि परिणयोत्सव’ मनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस महोत्सव में देश के ऐसे 61 दम्पतियों को आमंत्रित कर उनका परिणय उत्सव ठीक वैसे ही मनाया जाएगा, जैसे पहली बार हुआ था। विवाह की सभी रस्में भी इस दौरान विधि-विधान के साथ फिर से संपन्न होगी। इनमें मेहंदी, वरमाला, महिला संगीत, बैंड-बाजे, स्वागत समारोह, चल समारोह से लेकर फोटो सेशन सहित सभी रस्में इस ढंग से निभाई जाएंगी मानों पहली बार विवाह हो रहा है। इस महोत्सव को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज कराने की तैयारियां की जा रही हैं। कदम्पति और उनके परिजन भी उपस्थित रहकर खजराना गणेश एवं कुलदेवी महालक्ष्मी से महोत्सव की सफलता की प्रार्थना करेंगे।
आयोजन के प्रमुख मार्गदर्शक प्रेमचंद गोयल, प्रमुख संयोजक मोहनलाल बंसल, महासभा के अध्यक्ष जगदीश बाबाश्री एवं सचिव अखिलेश गोयल ने बताया कि देश में पहली बार किसी समाज के स्तर पर इस तरह का परिणयोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसके पीचे मुख्य भावना यही है कि हमारे देश की विवाह परंपरा और संस्कारों में इतनी मजबूती एवं विश्वसनीयता है कि हम अपनी नई पीढ़ी को भी इसकी महत्ता एवं नैतिक मूल्यों से अवगत करा सकें। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर इस उत्सव में जितने भी युगल शामिल हो रहे हैं, उनके परिजनों जैसे नाती-पोते, बेटी-बेटे, दामाद एवं अन्य निकट संबंधी भी आमंत्रित किए गए हैं, जो इस उत्सव में इन युगलों का सम्मान करेंगे। इससे दो या तीन पीढ़ियों के बीच का अंतर भी समाप्त हो सकेगा। उत्सव में देश के लगभग सभी राज्यों के ऐसे युगल शामिल होंगे, जिनके विवाह को 60 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इस लिहाज से प्रत्येक युगल की औसत आयु 80 वर्ष होगी। इसलिए इनके लिए उम्र के अनुरूप व्हील चेयर जैसे साधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
विभिन्न राज्यों के युगलों के अलावा समाजसेवी, उद्योगपति एवं अन्य विशिष्टजन भी आमंत्रित किए गए हैं। शहर में वरिष्ठजनों का यह सामूहिक विवाह गठबंधन अन्य समाजों के लिए भी प्रेरणा का विषय बनेगा, क्योंकि महोत्सव में अन्य वैश्य समाजों के पदाधिकारियों को भी आमंत्रण दिया गया है। महोत्सव में इंदौर के 20 एवं 41 अन्य युगल राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ से आएंगे। सबसे कम आयु वाले युगल की उम्र 75 वर्ष एवं सबसे अधिक आयु वाले युगल की उम्र 90 वर्ष है।
उत्सव 22-23 अप्रैल को होटल गोल्डन लीव्स में संपन्न होगा, जहां 22 अप्रैल को सुबह से देशभर से इन दम्पतियों के आगमन का सिलसिला शुरू हो जाएगा। सायं 7 बजे रंगारंग गीत-संगीत निशा एवं सहभोज तथा रविवार 23 अप्रैल को सुबह 9 बजे से प्रतीकात्मक हल्दी, दोपहर 12 .30 बजे से शाही साजन गोट, अपरान्ह 4.30 बजे से सभी युगलों का बग्गियों में बैठा कर बैंडबाजों सहित चल समारोह निकाला जायेगा। समारोह स्थल पर पहुंच कर सभी दम्पत्तियों के बैठने की प्रथक प्रथक व्यवस्था की गई हैं सामूहिक वरमाला एवं भव्य सम्मानसमारोह के साथ स्नेह भोज होगा। सोमवार 24 अप्रैल को स्वल्पाहार के पश्चात इन सभी युगलों को होटल गोल्डन लीव्स में आयोजित समारोह में मधुर स्मृतियों के साथ विदाई दी जाएगी।