बड़वानी; विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में किये गये विभिन्न आयोजन, पृथ्वी संरक्षण की शपथ ली, किया गया वृक्षारोपण

बड़वानी। शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी की ईको क्लब ईकाई के द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन जिलाधीश बड़वानी के पत्रानुसार एवं मप्र एपको भोपाल के निर्देशानुसार विभिन्न सतत विकास गोल आधारित कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिनमें सतत पर्यावरण संरक्षण एवं विकास कार्यक्रम मुख्य रहे। इसके अन्तर्गत महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. वंदना भारती के मार्गदर्शन में ईको क्लब प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया व सह संयोजक प्रो. सीमा नाईक एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एनएल गुप्ता, डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. मनोज वानखेड़े, डॉ. विक्रमसिंह भिड़े, डॉ. प्रियंका देवड़ा, डॉ. इन्दु डावर, डॉ. सुनीता भायल, श्री कृष्णु यादव, प्रो. प्रियंका शर्मा, द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में आम, पीपल के पौधे रोपे गये, छात्राओं के द्वारा सेल्फी पॉइंट के साथ शपथ ली गई की वह पर्यावरण की रक्षा के लिये सतत कार्य करेंगी, पेड़ो पर टांगे गये सकोरो में पानी भरा गया एवं पेड़ पौधो के साथ पक्षीयों की सुरक्षा भी सुनिश्चत की गई।

वर्तमान की थीम प्लानेट विरूद्ध प्लास्टिक पर आधारित कार्यक्रम में व्याख्यान का आयोजन किया गया तथा छात्राओं और उपस्थित स्टॉफ के बीच ईको क्लब प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया के साथ डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. मनोज वानखेड़े के द्वारा प्लास्टिके को हटाने और कपड़े की थैली के उपयोग के लिये छात्राओं और स्टॉफ को प्रेरित किया गया तथा जूट के बैग का वितरण स्टॉफ के लोगो के बीच किया गया। डॉ. रविन्द्र बरडे ने ई-वेस्ट और उसके प्रबंधन पर अपनी बात रखी। डॉ. मनोज वानखेड़े ने जल को बचाने के लिये अपना व्याख्यान दिया। डॉ. कविता भदौरिया ने बताया कि अगर तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो वह जल के लिये ही होगा। अतः हमारी पृथ्वी जिसे हम माँ की संज्ञा देते है जो अपने बच्चों का पालन-पोषण करती है वो बच्चे तभी सुरक्षित होगें जब माँ सुरक्षित रहेगी।
अतः पर्यावरण संरक्षण हम सभी का दायित्व है इसकी रक्षा करना हम सभी का कर्त्तव्य है। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एन.एल. गुप्ता, डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. मनोज वानखेड़े, डॉ. विक्रमसिंह भिड़े, डॉ. प्रियंका देवड़ा, डॉ. इन्दु डावर, डॉ. सुनीता भायल, प्रो. शोभाराम वास्केल, श्री कृष्णु यादव, प्रो. प्रियंका शर्मा, एवं छात्राएँ उपस्थित रही। आभार कार्यक्रम की सह संयोजक प्रो. सीमा द्वारा माना।
