बड़वाह; जल संरक्षण का लिया संकल्प; तहसील विधिक सेवा समिति बड़वाह द्वारा शास. प्रा.वि पिलीमिट्टी अम्बेडकर नगर मे जल के महत्व व संरक्षण पर आयोजन किया

विशाल कुमरावत बड़वाह….
न्यायाधीश द्वारा ग्रामीणों को विस्तार पूर्वक बताया कि जल बिना जीवन की कल्पना असंभव है. जल ही जीवन है व भविष्य है, पेयजल का बार बार उपयोग कैसे किया जाये व उसका रखरखाव सदुपयोग कैसे करना, यह सब सरल भाषा मे समझाया।
जल एक प्राकृतिक स्त्रोत है..हमारे शरीर मे 70 प्रतिशत जल होता है..पृथ्वी पर जल तीन भाग मे है..लेकिन पीने योग्य जल नाम मात्र ही शेष है, इसे संचित करना हमारा कर्तव्य है..जल के बिना जीना बिल्कुल असंभव है।
जल जंगल जमीन इन प्रकृति के उपहारों को हमे नष्ट नही करना चाहिए, वनो से ही वर्षा जल की आपूर्ति होती है, तो हमे पेड़ पौधे लगाना चाहिए। नलो मे टोटी लगाना चाहिए, रहिमन पानी राखिये बिन पानी सब सुन, पानी को व्यर्थ बहने से रोकना चाहिए। पानी का बार बार उपयोग बगीचे मे खेतो मे करके सदुपयोग करना हमारा फर्ज है। इन पंच तत्वों के बिना कोई भी जीवन संभव नही है..अतः हमे पानी का सदुपयोग करना है व बचाना है. पेड़ पौधे लगाना व उनका भी संरक्षण करना है. समस्त ग्रामीण जनो ने जल संरक्षण का संकल्प लिया. विधिक साक्षरता के द्वारा आमजन को क्या लाभ है समझाया व घरेलु हिंसा, यौन उत्पीड़न, नशा सेवन से हानि पर भी ग्रामीणों ने प्रश्न रखे व कानूनी जानकारी हासिल की।
कार्यक्रम का संचालन- पुष्पेन्द्र रावल ने किया, कार्यक्रम का नेतृत्व पैरालीगल वॉलंटियर सुश्री अंजली कर्मा ने किया।
इस आयोजन मे मुख्य अतिथि न्यायिक मजिस्ट्रेट विकसीता मरकाम, न्यायालय कर्मचारी नजीर प्रदीप पाराशर, पैरलीगल वालंटियर कु. अंजली कर्मा, कु रिंकू पाटिल उपस्थित रहे।
कार्यक्रम मे आशा कार्यकर्ता यशोदा बलराम, दीपिका गाड़गे, निशा बामने, पंच जगदीश हिरवे आदि का विशेष सहयोग रहा, आभार-समाज सेवी पंकज गाड़गे ने माना।