खरगोनमुख्य खबरे

भीकनगांव नगर परिषद के 54 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को छोड़, 68 नियमित कर्मचारियों को मिला अगस्त माह का वेतन, आधे घरों में दीपावली तो आधे घरों में मनेगी होली

खरगोन से दिनेश गीते.

सत्याग्रह लाइव की खबर पर संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास संभाग इंदौर ने लिया संज्ञान……

भीकनगांव:- “नगर परिषद भीकनगांव का खज़ाना खाली, कैसे मनेगी कर्मचारियों की दिवाली” शीर्षक से विगत दिनों समाचार प्रकाशित किया गया था। जिस पर संयुक्त संचालक, नगरीय प्रशासन एवं विकास संभाग इंदौर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए नगर परिषद भीकनगांव को नियमित मिलने वाली माह अक्टूबर की चूंगीकर क्षतिपूर्ति की राशि जारी कर नगर परिषद में पदस्थ सभी कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल नगर परिषद की आर्थिक बदहाली के चलते विगत 3 माहों अगस्त, सितम्बर ओर अक्टूबर का वेतन भुगतान कार्यरत 25 नियमित तथा 43 विनियमित कर्मचारियों को तथा 54 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को माह सितम्बर ओर अक्टूबर का मानदेय भुगतान नहीं किया था। शासन स्तर से मिलने वाली चूंगीकर क्षतिपूर्ति राशि तथा निकाय निधि से कर्मचारियों को वेतन भुगतान न करने तथा अन्य मद में भुगतान करने की शिकायत पूर्व पार्षद जाकिर खिलजी द्वारा की गयी थी। नगर परिषद ने अब माह अक्टूबर की चूंगीकर क्षतिपूर्ति की राशि लगभग 18 लाख रुपए से 25 नियमित ओर 43 विनियमित कर्मचारियों को माह अगस्त का वेतन भुगतान तो कर दिया लेकिन 54 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी जो नगर की स्वच्छता, पेयजलापूर्ति, विद्युत दुरुस्तीकरण जैसे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के कार्य करते हैं उन्हें मानदेय भुगतान नहीं किया है।

नगर परिषद में कार्यरत एक स्वच्छता कर्मचारी ने चर्चा में बताया कि नियमित मासिक मानदेय भुगतान नहीं मिलने के चलते अक्सर त्यौहारों के अवसरों पर हमें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ता है। हमें अगस्त माह का मानदेय सितंबर में मिला था तब नियमित कर्मचारियों का वेतन रोक दिया था। अब नियमित कर्मचारियों को वेतन भुगतान किया है तो हमारा मानदेय रोक दिया है ऐसे में आधे घरों में होली जलेगी ओर आधे घरो में दिवाली मनेगी। । गौरतलब है कि नगर परिषद में कार्यरत सभी 122 कर्मचारियों का माह सितम्बर ओर अक्टूबर का वेतन भुगतान अभी भी नहीं हुआ है।

नगर परिषद भीकनगांव
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!